भारत में 2 लाख छात्रों को क्लाउड और AI तकनीक की ट्रेनिंग देने की ओरैकल की योजना
Posted on जून 13, 2024 by मेघना सिंह
ओरैकल का भारतीय छात्रों के लिए बड़ा कदम
ग्लोबल सॉफ्टवेयर दिग्गज ओरैकल ने हाल ही में घोषणा की है कि वह भारत के 2 लाख छात्रों को नवीनतम और उभरती तकनीकों जैसे कि क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा साइंस, और ब्लॉकचेन में प्रशिक्षित करेगा। यह कार्यक्रम तमिलनाडु स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (TNSDC) के सहयोग से लॉन्च किया गया है। यह पहल राज्य के कौशल वृद्धि कार्यक्रम 'नान मुधलवन' का हिस्सा है।
मिशन और उद्देश्य
इस पहल का मुख्य लक्ष्य छात्रों और पेशेवरों को क्लाउड कंप्यूटिंग में मजबूत नींव प्रदान करना और अन्य कोर अवधारणाओं की बेहतर समझ तैयार करना है। तमिलनाडु के कौशल विकास के कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों को आधुनिक तकनीक के प्रति जागरूक करने और उन्हें उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार करने की योजना है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को अपनी शिक्षा ऑन-कैंपस निर्देशों और डिजिटल लर्निंग मॉड्यूल्स के माध्यम से प्राप्त होगी। ओरैकल की ऑन-डिमांड प्लेटफॉर्म 'Oracle MyLearn' का उपयोग इन डिजिटल मॉड्यूल्स के लिए किया जाएगा। शिक्षकों और अकादमियों द्वारा सीधे प्रशिक्षण के साथ-साथ यह डिजिटल मॉड्यूल्स छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।
ओरैकल प्रमाणपत्र
ओरैकल के प्रमाणपत्र को उद्योग के मानक के रूप में मान्यता प्राप्त है, जो प्रतिभागियों के नौकरी की संभावनाओं और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह प्रमाणपत्र छात्रों को वैश्विक उद्योग मानकों के अनुरूप कौशल सिखाने और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में मदद करेगा।
अब तक, तमिलनाडु में 900 से अधिक कॉलेजों के 60,000 से अधिक छात्र इस कार्यक्रम के लिए पंजीकृत हो चुके हैं। उम्मीद है कि आने वाले समय में यह संख्या और भी बढ़ेगी और अधिक छात्र इस अवसर का लाभ उठा पाएंगे।
प्रमुख व्यक्तित्व
इस पहल से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों में J. Innocent Divya, जो कि TNSDC के MD हैं, और शैलेन्द्र कुमार, जो ओरैकल इंडिया और NetSuite JAPAC के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और रीजनल MD हैं, शामिल हैं। इन दोनों ने इस पहल की सफलता के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इसे छात्रों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।
क्लाउड और AI तकनीक में भारत का भविष्य
आगे देखते हुए, इस तरह की पहल भारतीय छात्रों को नवीनतम तकनीकों का व्यवहारिक ज्ञान देने और उन्हें भविष्य की नौकरी की संभावनाओं के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकती है। क्लाउड कंप्यूटिंग, AI और डेटा साइंस जैसी तकनीकें तेजी से बदलते व्यापारिक और तकनीकी परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। यह प्रशिक्षण पहल छात्रों को इन नवाचारों के साथ तालमेल बिठाने और उन्हें नई ऊँचाइयाँ प्राप्त करने में मददगार साबित हो सकती है।
इस प्रकार की सहयोगी योजनाएँ न केवल छात्रों के ज्ञान और कौशल को निखारने में मदद करती हैं, बल्कि वे उन्हें बाहरी दुनिया में बढ़ती प्रतियोगिता में भी सफलतापूर्वक सामना करने के लिए तैयार करती हैं।
संक्षेप में, ओरैकल और TNSDC का यह प्रयास भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है, जो न केवल उन्हें वर्तमान तकनीकी मानकों के अनुरूप बनाएगा, बल्कि उनके करियर को भी नई दिशा में मोड़ने में मदद करेगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम निस्संदेह युवाओं को संभावनाओं की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगा।