Freshworks की छंटनी और शेयर बायबैक योजना पर Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बू का कड़ा प्रहार

9नवंबर

Posted on नव॰ 9, 2024 by मेघना सिंह

Freshworks की छंटनी और शेयर बायबैक योजना पर Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बू का कड़ा प्रहार

Freshworks की छंटनी और शेयर बायबैक: श्रीधर वेम्बू की आलोचना

भारत के तेजी से बढ़ते सॉफ्टवेयर उद्योग में हाल ही के घटनाक्रम ने हमेशा की तरह गहराई की ओर ध्यान खींचा है। Zoho के CEO श्रीधर वेम्बू ने Freshworks की छंटनी और $400 मिलियन के शेयर बायबैक योजना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे ‘खुली लालच’ बताते हुए सवाल उठाए हैं कि क्या यह व्यावसायिक दृष्टिकोण सही है।

Freshworks ने हाल ही में घोषणा की कि वे कुल 13% कर्मचारियों यानी करीब 660 लोगों को निकालने जा रहे हैं। इसके साथ ही, कंपनी ने $400 मिलियन का शेयर बायबैक करने का प्लान घोषित किया, जबकि इसकी आय 20% वार्षिक दर से बढ़ रही है और कम्पनी मुनाफे में भी है। इस नीति पर श्री वेम्बू ने गहरी आलोचना की है, उन्हें यह निर्णय कर्मचारियों की वफादारी और नैतिकता पर सवाल खड़ा करने वाला लगता है।

वेम्बू का विरोध

वेम्बू ने सोशल मीडिया मंच X (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर अपने विचार प्रकट किए। उनका मानना है कि जिस कंपनी के पास $1 बिलियन से अधिक कैश है, और जो सक्षम रूप से बढ़ रही है, उसे कर्मचारियों को निकालने की आवश्यकता नहीं है। वेम्बू के बयान में उन्होंने Freshworks के प्रबंधन की दूरदृष्टि पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि वे फारغ कर्मचारियों को नए व्यापार क्षेत्रों में उपयोग करने का मार्ग नहीं देख सकते हैं, तो यह न सिर्फ नाकाम मैनेजमेंट का आरोप है, बल्कि कर्मचारियों के प्रति जिम्मेदारी की भावना की भी कमी दर्शाता है।

इनके विपरीत, Zoho ने अपनी प्राथमिकता में कर्मचारियों और ग्राहकों को रखा है, न कि शेयरधारकों को। Zoho आज भी एक प्राइवेट कंपनी है और इससे वे उम्मीद करते हैं कि यह उनके फीनेन्डियल और सामाजिक दायित्वों के बीच संतुलन बनाकर चलेगी। उनके लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि कंपनी का विकास उसके लोगों की कीमत पर नहीं हो।

साम्प्रतिक परिप्रेक्ष्य

Freshworks के CEO डेनिस वुडसाइड ने हाल ही में एक नई रणनीति के तहत छंटनी की घोषणा की है, जिसका मकसद टीमों की जटिलताओं को कम करके समग्र दक्षता में सुधार करना है। Freshworks के पास 5,000 से अधिक कर्मचारी हैं और इस साल के दौरान उसने कई छंटनी और प्रबंधन परिवर्तनों को अंजाम दिया है। इस मई में, संस्थापक गिरीश मातरुबूथम मुख्य कार्यकारी अधिकारी से पोर्टफोलियो को कार्यकारी चेयरमैन के रूप में बदल दिया गया था, जिससे वुडसाइड ने कंपनी का शीर्ष पद ग्रहण किया।

Freshworks और Zoho के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्ते रहे हैं। Freshworks के संस्थापक, गिरीश मातरुबूथम, Zoho में एक वरिष्ठ कार्यकारी रह चुके हैं। 2020 में, Zoho ने Freshworks पर गोपनीय जानकारी चुराने का आरोप लगाया था, जो 2021 में एक समझौते के माध्यम से सुलझा लिया गया था। Freshworks ने यह स्वीकार किया था कि उनके एक पूर्व कर्मचारी ने गलत तरीके से Zoho की जानकारी सहेज और इस्तेमाल की थी।

व्यापक मुद्दों की चर्चा

श्री वेम्बू का यह बयान कंपनी संस्कृतियों में एक व्यापक मुद्दे को भी उजागर करता है, विशेष रूप से तकनीकी उद्योग में, जहां कंपनियां अल्पकालिक लाभ और शेयरधारक मूल्य को कर्मचारियों की भलाई और दीर्घकालिक स्थिरता से ऊपर रखती हैं। उन्होंने यह भी इंगित किया कि यह प्रवृत्ति, जो अमेरिका के कॉर्पोरेट जगत में आम है, भारत में भी प्रवेश कर रही है, जिससे बड़े पैमाने पर कर्मचारी असंतोष उत्पन्न हो रहा है। इस प्रकार की एस्पेक्ट्स तकनीकी क्षेत्र में संगठनों को मानव संसाधन और कंपनी नैतिकता के संतुलन को फिर से सोचना आवश्यक बनाती है।

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