रक्षा बंधन 2024 के लिए शुभ मुहूर्त: 19 अगस्त को राखी बांधने का सही समय

18अगस्त

Posted on अग॰ 18, 2024 by मेघना सिंह

रक्षा बंधन 2024 के लिए शुभ मुहूर्त: 19 अगस्त को राखी बांधने का सही समय

रक्षा बंधन का महत्व और शुभ मुहूर्त

रक्षा बंधन, जिसे राखी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में भाई-बहन के प्रेम और कर्तव्य को मनाने वाला एक प्रमुख त्योहार है। हर साल श्रावण पूर्णिमा के दिन यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। 2024 में, यह पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:25 बजे से प्रारंभ होकर कई घंटों तक रहेगा, जो भाई-बहन को उनकी राखी बांधने की रस्म के लिए पर्याप्त समय प्रदान करेगा।

राखी बांधने का शुभ समय

राखी बांधने का मुहूर्त न केवल समय का चयन है, बल्कि यह हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं से भी गहरा जुड़ा हुआ है। 2024 में, यह विशेष मुहूर्त दोपहर 1:25 बजे से शुरू हो रहा है, जो कई घंटे तक जारी रहेगा। हिंदू धर्म में मुहूर्त का अत्यधिक महत्व है क्योंकि यह समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है और इसे ध्यान में रखकर किए जाने वाले कार्यों से सकारात्मक परिणाम की अभिलाषा होती है।

रक्षा बंधन का इतिहास

रक्षा बंधन का पर्व सदियों से मनाया जा रहा है। इसके पीछे कई बालकथाएं और पौराणिक संदर्भ जुड़े हुए हैं। सबसे प्रख्यात कहानी महाभारत की है जहां द्रौपदी ने भगवान श्रीकृष्ण की कलाई पर रक्षा सूत बांधा था, जिसके बदले में कृष्ण ने द्रौपदी को उसकी अग्नि परीक्षा के समय रक्षा का वचन दिया था। इसी प्रकार, रानी कर्णावती और सम्राट हुमायूँ की कहानी भी इस त्योहार के महत्व को दर्शाती है।

रक्षा बंधन के रिवाज और रस्में

इस दिन, बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और सुखद जीवन की कामना करते हुए उसकी कलाई पर राखी बांधती हैं। इसके साथ, मिठाई खिलाई जाती है और भाई अपनी बहन को उपहार स्वरूप कुछ भेंट करता है। इस त्योहार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह भाई-बहन के बीच के रिश्ते को और मजबूत बनाता है। साथी ही, यह यज्ञ और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के माध्यम से परिवार को भी एकजुट करता है।

रक्षाबंधन का सांस्कृतिक महत्व

भारत की विविधता में एकता के प्रतीक के रूप में, रक्षा बंधन हमें अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का भी भान कराता है। कई स्थानों पर, गाँव की महिलाएं एक साथ इकट्ठा होकर समारोह का आयोजन करती हैं, जिससे इस पर्व का सामाजिक महत्व और बढ़ जाता है। ऐसी मान्यता है कि राखी बंधवाने से भाई अपने बहन की रक्षा का वचन देता है और किसी न किसी संकट में बहन की सहायता करता है।

रक्षा बंधन के आधुनिक संदर्भ

समय के साथ-साथ रक्षा बंधन के रूप और स्वरूप में भी बदलाव देखने को मिला है। जहां पहले यह पर्व परिवार के दायरे में सीमित रहता था, वहीं अब यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाने लगा है। तकनीकी युग में, बहनों द्वारा ऑनलाइन राखी भेजने की प्रवृत्ति बढ़ी है, जिससे वे दूर रहकर भी इस पवित्र पर्व को मना सकती हैं।

अंतिम विचार

रक्षा बंधन केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के अटूट बंधन का प्रतीक है। 2024 में 19 अगस्त को यह पर्व विशेष उत्त्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। शुभ मुहूर्त 1:25 बजे से शुरू हो रहा है, जिससे आप इस महत्वपूर्ण रिवाज को पूरी श्रद्धा के साथ निभा सकें।

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