स्वर्ण मंदिर में योग करती महिला का वीडियो वायरल, मचा हड़कंप

23जून

Posted on जून 23, 2024 by मेघना सिंह

स्वर्ण मंदिर में योग करती महिला का वीडियो वायरल, मचा हड़कंप

स्वर्ण मंदिर में योग: विवाद की जड़

स्वर्ण मंदिर, जिसे हरिमंदर साहिब के नाम से भी जाना जाता है, सिख धर्म का प्रमुख गुरुद्वारा है और पूरे विश्व के सिखों के लिए एक पवित्र स्थल है। यहां हर दिन लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और अपने ईश्वर के प्रति आस्था प्रकट करते हैं। हाल ही में फैशन डिज़ाइनर और लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर अर्चना माकवाना के एक वीडियो ने सिख समुदाय में नाराजगी फैला दी है। अर्चना ने स्वर्ण मंदिर के सरोवर के किनारे योगा करते हुए अपनी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा की, जो तेजी से वायरल हो गईं।

मामले ने पकड़ी तूल

अर्चना माकवाना द्वारा किए गए इस कार्य को कई लोगों ने असंवेदनशील और 'मर्यादा' के विरुद्ध माना। सिख समुदाय का मानना है कि इस पवित्र स्थान पर इस तरह का कार्य करना उनके धार्मिक आस्था के खिलाफ है। इसका परिणाम यह हुआ कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने इस घटना की गहन जांच की और तुरंत कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों को 'लापरवाही' के लिए निलंबित कर दिया। इसके साथ ही एक अन्य कर्मचारी पर ₹5,000 का जुर्माना लगाकर उसे गुरदास नांगल स्थानांतरित कर दिया गया।

एसजीपीसी की कड़ी प्रतिक्रिया

एसजीपीसी की कड़ी प्रतिक्रिया

स्वर्ण मंदिर के सामान्य प्रबंधक भगवंत सिंह धंगेड़ा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में यह पूरा घटना केवल पांच सेकंड की थी, लेकिन इसका असर बहुत गहरा था। एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने इस बात को स्पष्ट किया कि सिख धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ किसी भी तरह का कार्य सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस आयुक्त से अर्चना माकवाना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

माकवाना की माफी

घटना के वायरल होने और बढ़ते विवाद के बाद, अर्चना माकवाना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर माफी पोस्ट की। उन्होंने कहा कि उन्हें यह नहीं पता था कि गुरुद्वारा साहिब परिसर में योग करना सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है और उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था।

समाज में प्रतिक्रिया

समाज में प्रतिक्रिया

इस घटना से समाज में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। जहां एक ओर सिख समुदाय ने इस कृत्य की निंदा की है, वहीं कुछ लोगों ने इसे अज्ञानता के कारण की गई गलती माना। धार्मिक स्थलों पर अनुचित व्यवहार के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

सिख धर्म और मर्यादा

सिख धर्म में धार्मिक स्थलों की पवित्रता का विशेष महत्व है। यहां की मर्यादा और नियमों का उल्लंघन करना समाज में अस्वीकार्य है। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि धार्मिक स्थलों पर सभी को नियमों का पालन करना चाहिए और अपनी आस्था का सम्मान करना चाहिए।

इस प्रकरण ने यह साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की सामग्री पोस्ट करने से पहले उसके प्रभावों का पूर्ण विचार करना आवश्यक है। एक ऐसी समझ विकसित करने की जरूरत है जिससे समाज में शांति और सदभाव बना रहे।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

स्वर्ण मंदिर की इस घटना ने यह दिखाया कि हमें धार्मिक स्थलों की मर्यादा का सम्मान करना चाहिए और किसी भी परिस्थिति में हमारे कार्यों से किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। इस घटना के बाद से अन्य धार्मिक स्थलों पर भी अनुशासन और नियमों के पालन पर जोर दिया जाएगा ताकि ऐसे विवाद न उत्पन्न हों।

एक टिप्पणी लिखें