आईपीएल 2024 और T20 विश्व कप 2024 की इनामी राशि में भारी अंतर
साल 2024 का आईपीएल समाप्त हो चुका है, और अब सभी की निगाहें अगले वर्षों के T20 विश्व कप पर टिक गई हैं, जो कि संयुक्त राज्य अमेरिका और वेस्ट इंडीज में आयोजित होगा। क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय यह है कि T20 विश्व कप, जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का एक प्रमुख टूर्नामेंट माना जाता है, उसकी इनामी राशि आईपीएल की तुलना में बहुत कम है।
आईपीएल 2024 की इनामी राशि
आईपीएल 2024 के लिए कुल इनामी राशि लगभग 45.50 करोड़ रुपये थी, जो कि लगभग 5.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर है। इस बार के विजेता, कोलकाता नाइट राइडर्स ने 20 करोड़ रुपये की इनामी राशि जीती, जबकि रनर-अप हैदराबाद को 12.50 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।
T20 विश्व कप 2022 की इनामी राशि
इसके विपरीत, पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में आयोजित T20 विश्व कप 2022 की कुल इनामी राशि 5.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर थी। इंग्लैंड, जिसने T20 विश्व कप 2022 जीता था, उसे 13.50 करोड़ रुपये की इनामी राशि मिली थी। वहीं, रनर-अप पाकिस्तान को 6.75 करोड़ रुपये मिले थे।
हालांकि, आईसीसी ने अभी तक आधिकारिक रूप से 2024 के T20 विश्व कप की इनामी राशि की घोषणा नहीं की है, लेकिन पिछले वर्षों के आँकड़ों से यह साफ है कि आईपीएल और T20 विश्व कप की इनामी राशि में बड़ा अंतर है।
बढ़ती प्रतिस्पर्धा और खिलाड़ियों की प्राथमिकता
यह अंतर केवल वित्तीय तौर पर नहीं है बल्कि खिलाड़ियों की प्राथमिकताओं और खेल की प्रतिस्पर्धा में भी दिखता है। आईपीएल के बड़े इनामी राशि और आकर्षक अवसरों के कारण कई विदेशी खिलाड़ी भी इस टूर्नामेंट की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यह देखा जा रहा है कि कुछ खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम की बजाय आईपीएल में खेलने को प्राथमिकता दे रहे हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कुछ हद तक नुकसान हो रहा है।
आईसीसी के लिए चुनौती
आईसीसी के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वह T20 विश्व कप को कैसे और अधिक आकर्षक बनाए। इसके लिए उन्हें इनामी राशि को बढ़ाना होगा ताकि खिलाड़ी और टीमें इसे और ज्यादा प्राथमिकता दे सकें।
इसके साथ ही, विश्व कप की आयोजन स्थलों और सुविधाओं में भी सुधार की आवश्यकता है ताकि यह टूर्नामेंट आईपीएल के स्तर तक पहुंच सके और क्रिकेट प्रेमियों को और अधिक रोमांचक अनुभव दे।
खेल की लोकप्रियता और आर्थिक प्रभाव
आज की तारीख में क्रिकेट केवल एक खेल नहीं बल्कि एक बड़ी इंडस्ट्री बन चुकी है। इसके पीछे विभिन्न प्रायोजकों, विज्ञापनदाताओं और प्रसारण कंपनियों का बहुत बड़ा योगदान है। आईपीएल ऐसी एक प्लेटफॉर्म है, जिसने अपने 15 वर्षों की यात्रा में खेल की लोकप्रियता को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है।
वहीं, दूसरी ओर, अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स को भी अपनी महत्ता बनाए रखने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी। अन्यथा, खिलाड़ी और प्रायोजक दोनों ही घरेलू लीग्स की ओर खिंचते रहेंगे।
आगामी दृष्टिकोण
आने वाले वर्षों में हमें यह देखना होगा कि आईसीसी और अन्य क्रिकेट बोर्ड्स द्वारा क्या कदम उठाए जाते हैं जिससे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स भी आईपीएल की तरह लोकप्रिय बन सके। यह देखना भी रोचक होगा कि क्या T20 विश्व कप 2024 के लिए इनामी राशि में कोई बड़े बदलाव किए जाएंगे।
कुल मिलाकर, यह बात तो साफ है कि क्रिकेट की दुनिया में प्रतिस्पर्धा और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है। खिलाड़ियों, बोर्ड्स और आयोजकों के लिए यह आवश्यक है कि वे इस प्रतिस्पर्धा के दौर में अपने आप को बनाए रखें और खेल की साख को और मजबूत करें।
टिप्पणि
Jitender Rautela
ये आईपीएल तो अब क्रिकेट का असली बाजार बन गया है। विश्व कप की बात करो तो बस फॉर्मलिटी लगती है।
खिलाड़ी भी अब पैसे के लिए खेलते हैं, देश के लिए नहीं।
मई 28, 2024 at 23:48
abhishek sharma
अरे भाई, ये सब तो पहले से पता था। आईपीएल ने खेल को एक कारोबार बना दिया है। जब तक आईसीसी अपनी इनामी राशि को 100 करोड़ तक नहीं ले आएगा, तब तक विश्व कप बस एक बड़ा फैसला होगा जिसे कोई नहीं देखेगा।
मैं तो एक बार एक गाँव के क्रिकेट मैच में गया था, वहाँ तो जीतने वाली टीम को एक बाल्टी में चावल दिए जाते थे। अब वो चावल 20 करोड़ में बदल गए हैं। बस अब चावल की जगह ब्लॉकचेन हो गया है।
मई 29, 2024 at 18:48
Surender Sharma
yrr yeh IPL ka paisa toh bas bhaiya ke ghar ke liye hai, WC toh bas ek jhoota dream hai. koi bhi khiladi apne ghar ki baat kar raha hai, WC ki kya karega?
मई 31, 2024 at 06:34
Divya Tiwari
हमारे देश की धरती पर जब तक आईपीएल नहीं आया, तब तक क्रिकेट एक खेल था। अब ये एक धर्म हो गया है।
और जिसने भी विश्व कप को आईपीएल से छोटा बताया, उसकी आत्मा को श्रद्धांजलि।
जून 1, 2024 at 12:23
shubham rai
hmm... 😐
जून 2, 2024 at 20:59
Nadia Maya
The commodification of sport is a postmodern tragedy. The IPL isn't cricket-it's a neoliberal spectacle where identity is auctioned, and national pride is reduced to a franchise logo.
Meanwhile, the ICC clings to the myth of 'internationalism' while the global audience has already voted-with their wallets.
जून 4, 2024 at 02:01
Nitin Agrawal
bhai ye IPL ka paisa toh sirf bharat ke liye hai, WC toh sirf australia aur england ke liye hota hai, hum toh bas ek audience hain
जून 4, 2024 at 05:50
Gaurang Sondagar
IPL mein paisa hai WC mein bas naam hai
khiladi bhi samajhte hain
aur fans bhi
जून 6, 2024 at 04:04
Ron Burgher
Kya bhai, ye sab khel ke naam pe jhooth hai. Khiladi khelte hain, par kya karte hain? Apne ghar ki car khareedte hain. WC ke liye koi nahi jata. Sab IPL ke liye bhaagte hain. Yeh desh ka kya hoga?
जून 7, 2024 at 04:29
kalpana chauhan
Bhaiyo aur behno, ye sab kuchh ek hi baat ke upar chalta hai - प्यार।
आईपीएल में प्यार बेचा जाता है, विश्व कप में दिल से खेला जाता है।
हमें बस याद रखना है कि खेल का मूल अभी भी जीवित है।
हमारे बच्चे अभी भी गलियों में टेनिस बॉल से खेलते हैं।
उनके चेहरे पर जो खुशी है, वो किसी लाखों के बराबर है।
हमें इसे बचाना होगा।
हमें अपने बच्चों को सिखाना होगा कि जीत नहीं, खेलना ही सच है।
क्या हम ये बात भूल गए हैं? 🌿❤️
जून 8, 2024 at 05:31
Prachi Doshi
IPL bada hai, WC chhota hai
par khel toh same hai
जून 10, 2024 at 03:08
Karan Kacha
मैं तो एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान एक छोटे से गाँव में रह चुकी हूँ, जहाँ लोग टीवी पर विश्व कप देखते हैं, लेकिन अगले दिन अपने घर के बगीचे में बच्चों को बैट और बॉल देकर खेलते हैं।
उनके चेहरे पर जो चमक है, वो किसी फ्रैंचाइजी के लोगो से नहीं, बल्कि एक जुनून से आती है।
आईपीएल तो एक बाजार है, जहाँ खिलाड़ियों को एक नंबर दिया जाता है, लेकिन विश्व कप तो एक अहसास है - जब एक लड़का अपने देश के लिए खेलता है, तो उसकी आँखों में आँखें नहीं, देश होता है।
हम इसे भूल रहे हैं।
हम इसे बेच रहे हैं।
हम इसे एक बिजनेस मॉडल में बदल रहे हैं।
लेकिन जब आप एक बच्चे को देखते हैं जो अपने पापा के जूते में बॉल फेंक रहा है, तो आपको लगता है - ये तो असली क्रिकेट है।
हमें इसे बचाना होगा।
हमें इसे जीवित रखना होगा।
हमें इसे बेचने के बजाय, जीवन बनाना होगा।
जून 11, 2024 at 09:18
vishal singh
IPL mein paisa hai, WC mein bas dard hai.
Khiladi ke liye toh IPL hi zindagi hai, WC sirf ek duty hai.
Agar koi apne desh ke liye khelna chahta hai, toh usko apne ghar ke liye khelna padega pehle.
जून 11, 2024 at 19:10
mohit SINGH
ये सब एक बड़ा धोखा है।
आईसीसी ने हमें बताया कि विश्व कप दुनिया का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है।
पर असलियत ये है कि ये सब एक बड़ा फिल्मी नाटक है।
जब तक आईपीएल का पैसा नहीं आया, तब तक क्रिकेट कोई खेल था।
अब ये एक बाजार है।
खिलाड़ी नहीं, ब्रांड हैं।
देश नहीं, लोगो हैं।
और हम फैंस, बस इस फिल्म के दर्शक हैं।
जून 12, 2024 at 05:59
Preyash Pandya
bhai yeh IPL toh ek scam hai, WC toh ek fake dream hai... sab kuchh paisa ke liye hai... koi sachai nahi hai... 😔💸
जून 13, 2024 at 14:02
Raghav Suri
सच तो ये है कि हम सब इस बदलाव को देख रहे हैं, लेकिन कुछ नहीं कर रहे।
आईपीएल ने खिलाड़ियों को बेहतर बनाया, लेकिन उसने खेल के आत्मा को भी बदल दिया।
हमें अपने बच्चों को ये बताना होगा कि जीतना अच्छा है, लेकिन खेलना और भी बेहतर है।
हमें अपने घरों में विश्व कप के लिए बैठना चाहिए, न कि आईपीएल के लिए।
हमें अपने देश के लिए खेलने वालों को सम्मान देना चाहिए, न कि उन्हें बेचने वालों को।
हम एक छोटी सी बदलाव ला सकते हैं - अपने बच्चों को विश्व कप के लिए बुलाएं, न कि आईपीएल के लिए।
हम अपने दिलों में विश्व कप को जीवित रख सकते हैं।
हमें बस इतना करना है - खेल को याद रखना।
जून 14, 2024 at 05:17
Priyanka R
IPL ke paiso mein koi nahi dekhta... lekin WC ke liye sab kuchh chhupaya jata hai... kya tumhe lagta hai ICC ke paas paisa nahi hai?... sab kuchh ek conspiracy hai... 2024 mein kuchh nahi hoga... sab kuchh fake hai... 🕵️♀️
जून 15, 2024 at 01:32
Rakesh Varpe
IPL bada hai
WC chhota hai
khel same hai
जून 15, 2024 at 06:20
एक टिप्पणी लिखें