विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस: क्या कॉर्पोरेट जगत मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा के लिए पर्याप्त प्रोत्साहन दे रहा है?
Posted on अक्तू॰ 11, 2024 by मेघना सिंह
कॉर्पोरेट जगत में मानसिक स्वास्थ्य का महत्व
मानव जीवन के विविध पहलुओं में मानसिक स्वास्थ्य का अत्यधिक महत्व है, और विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य इसे पहचानने और समझने का अवसर प्रदान करना है। वर्तमान में अधिकांश कार्यस्थल मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठा रहे हैं, परंतु यह सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या ये प्रयास पर्याप्त हैं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि आधी से अधिक विश्व जनसंख्या काम करती है, और इनमें से कई मानसिक स्वास्थ्य संघर्षों से जूझ रहे हैं। चिंता और अवसाद के कारण हर साल 12 अरब कार्य दिवस खो जाते हैं, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान होता है। इसलिए, यह अनिवार्य है कि कॉर्पोरेट जगत मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे।
संस्थान और मानसिक स्वास्थ्य
अनेक कंपनीयां मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझकर उसकी तरफ प्रयासरत हैं। तथापि, मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर बात करने में बहुत लोगों के मन में हिचकिचाहट होती है। आज भी कई स्थानों पर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक कलंक है जो खुलकर चर्चा के रास्ते में बाधक बनता है।
नेता और उच्च प्रबंधन को मानसिक स्वास्थ्य की मामलों की समझ बढ़ानी होगी, और उसी के तहत कर्मचारियों के लिए सुरक्षित और गोपनीयता रहने वाले स्थान उपलब्ध कराने होंगे।
समर्थन और नेतृत्व मान्यताएँ
गुञ्जनदीप कौर का मानना है कि कई कारक मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कलंक को बनाए रखते हैं, जैसे सामूहिक अवधारणाएं, करियर पर असर की चिंता, शिक्षा और जागरूकता की कमी।
कर्मचारी अक्सर चिंतित रहते हैं कि अगर उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य की बात खोली तो उनके कैरियर की वृद्धि पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह दबाव उन्हें आत्म-देखभाल से पहले उत्पादनशीलता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर करता है।
समाधान की दिशा में कदम
इन बाधाओं को पार करने के लिए कंपनी को कई कदम उठाने होते हैं। जैसे प्रबंधकों को मानसिक स्वास्थ्य समर्थन के लिए संवेदनशील बनाना, accessible संसाधन प्रदान करना ज़रूरी हैं। कर्मचारियों की गोपनीयता का ध्यान रखना, एक supportive वातावरण बनाना, और सक्रिय जागरूकता अभियान चलाना महत्वपूर्ण है।
- सुरक्षित संवाद और समाधान की उचित प्रक्रिया तैयार करें।
- मानसिक स्वास्थ्य प्रोग्राम और प्रबंधक प्रशिक्षण को अनिवार्य बनाएं।
- गोपनीय मदद के लिए कर्मचारी सहायता कार्यक्रमों को बढ़ावा दें।
अंततः मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता
नेताओं को संवेदनशील जानकारी को संभालने की ट्रेनिंग प्राप्त करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित, private माध्यम हो जिससे वे बिना किसी डर के मन की बात कह सकें।
इस तरह, कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है, जो खुली चर्चा को प्रोत्साहन दे और accessible संसाधन प्रदान करे, ताकि मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों को प्रभावी ढंग से संबोधित किया जा सके।