71वां नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड्स: शाहरुख़ ख़ान, रानी मुखर्जी और मोहनलाल को मिला गौरव
Posted on सित॰ 24, 2025 by Devendra Pandey

दिल्ली में भव्य पुरस्कार समारोह
23 सितंबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में 71वें National Film Awards की धूमधाम से ओत-प्रोत शाम हुई। राष्ट्रपति द्रुपदी मुर्मु ने अध्यक्षता में इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का संचालन किया, जहाँ 2023 के फिल्मी साल की सर्वश्रेष्ठ कृतियों को सम्मानित किया गया। लाल कार्पेट पर कई बड़े सितारे आए, कैमरा फ़्लैशों की बौछार और ताली की गड़गड़ाहट माहौल को और भी ऊर्जा से भर देती रही।
शाहरुख़ ख़ान ने ‘जवान’ में निभाए गए दमदार किरदार के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड प्रथम बार जीता। यह जीत विक्रांत मैसी के साथ साझा किया गया, जिन्हें ‘12th Fail’ में बेहतरीन अभिनय के लिए सम्मान मिला। दो अलग‑अलग शैलियों की फिल्मों को एक साथ मान्य किया जाना इस साल के दावों की विविधता को दिखाता है। शाहरुख़ के चेहरे पर मिले भावनात्मक महसूस हुए; उन्होंने मंच पर अपने करियर की उपलब्धियों को संक्षेप में कहा और दर्शकों को धन्यवाद दिया।
रानी मुखर्जी को ‘Mrs Chatterjee vs Norway’ में दिखाए गए दिल छू लेने वाले प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पहला नेशनल अवॉर्ड मिला। इस फिल्म ने सामाजिक मुद्दों को संवेदनशीलता से पेश किया था, और रानी की भूमिका ने कई लोगों को प्रभावित किया था। उनके पति ने मंच से भावनात्मक शब्दों में उनका समर्थन किया, जबकि रानी ने फिल्म के संदेश को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता जताई।

विक्टोरिया, श्रद्धांजलि और भविष्य की दिशा
विक्रांत मैसी ने अवॉर्ड प्राप्त करते समय कहा, "यह अनजाने में एक सपने का सच होना है। मैं इस सम्मान को अपनी माँ और पत्नी को समर्पित करता हूँ।" उनका भावनात्मक धन्यवाद नोट सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स ने साझा किया। उनका इमोशनल स्पीच दर्शकों के दिल को छू गया, क्योंकि कई युवा कलाकारों के लिए यह सच्ची प्रेरणा बन सकता है।
इस समारोह का सबसे बड़ा क्षण मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित करना रहा। कई भाषाओं में काम करने वाले इस दिग्गज को अब तक के सबसे प्रतिष्ठित जीवन‑उपलब्धि पुरस्कार से नवाज़ा गया। मोहनलाल ने दर्शकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका सफर कई चुनौतियों और सफलताओं से भरा रहा, और उन्होंने भारतीय सिनेमा के भविष्य को उज्ज्वल देखते हुए संदेश दिया।
समारोह का प्रसारण राष्ट्रभर में लाइव हुआ, जिससे लाखों दर्शकों ने इस अद्भुत आयोजन को घर-बैठे देखा। विभिन्न भाषाओं में बनी फिल्मों को समान मान्यता मिली, जिससे भारतीय सिनेमा की बहु‑भाषीय शक्ति स्पष्ट हुई। इस साल की जीत ने दिखाया कि वाणिज्यिक ब्लॉकबस्टर और सामग्री‑प्रधान फिल्में दोनों ही मंच पर बराबर खड़ी हो सकती हैं।
शाहरुख़ के परिवार – अریان, सहाना और गौरी खान – ने सोशल मीडिया पर खुशी के जज़्बात साझा किए, जहाँ उन्होंने पिता की इस नई उपलब्धि को "एक नई शुरुआत" कहा। कुल मिलाकर, 71वां नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड्स न केवल सितारों के लिए बल्कि पूरे इंडस्ट्री के लिए एक प्रेरक मंच साबित हुआ, जो विविधता, प्रतिभा और कलात्मक परिपूर्णता को सम्मानित करता है।