भारतीयुडु 2 के प्री-रिलीज़ इवेंट में शंकर की जोरदार प्रस्तुति
हैदराबाद में आयोजित भारतीयुडु 2 के प्री-रिलीज़ इवेंट में निर्देशक एस. शंकर ने अपनी बातों से दर्शकों का दिल जीत लिया। यह फिल्म शंकर के निर्देशन में बनी है और इसमें कमल हासन मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे। शंकर ने इवेंट में अपने भाषण के माध्यम से न केवल फिल्म के प्रति अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं, बल्कि इसे बनाने के पीछे की कठिनाइयों और चुनौतियों को भी साझा किया।
भारतीयुडु 2 की कहानी और निर्देशन
भारतीयुडु 2 एक ऐसी फिल्म है जो सामाजिक मुद्दों को पर्दे पर लाने का प्रयास करती है। शंकर ने अपने भाषण में बताया कि यह फिल्म एक वृद्ध व्यक्ति की कहानी है जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता है। शंकर ने कहा कि इस फिल्म के निर्देशन का अनुभव उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि यह एक सफल फिल्म भारतीयुडु का सीक्वल है, जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया था।
शंकर ने अपने भाषण में कमल हासन की भूमिका की भी सराहना की और कहा कि उन्होंने इस किरदार में जान डाल दी है। शंकर ने आगे कहा कि इस फिल्म में अभिनय करना कमल हासन के लिए आसान नहीं था क्योंकि उन्हें कई शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
फिल्म निर्माण की चुनौतियाँ
शंकर ने बताया कि भारतीयुडु 2 को बनाने में कई चुनौतियाँ आईं। शूटिंग के दौरान कई बार उन्हें अड़चनों का सामना करना पड़ा। कुछ समय के लिए शूटिंग को भी रोकना पड़ा था। शंकर ने कहा कि यह सभी चुनौतियाँ और कठिनाइयाँ उनकी टीम के संयम और समर्थन की वजह से पार हो पाईं। उन्होंने अपनी पूरी टीम का आभार व्यक्त किया।
प्रमोशन के लिए नई रणनीतियाँ
फिल्म के प्रमोशन के बारे में बात करते हुए शंकर ने कहा कि आजकल की फिल्मों के प्रमोशन के लिए नई और अनूठी रणनीतियाँ अपनानी पड़ती हैं। उन्होंने बताया कि भारतीयुडु 2 के प्रमोशन के लिए भी उनकी टीम ने विशेष योजनाएँ बनाई हैं। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य है कि फिल्म की विचारधारा और उसके संदेश को लोगों तक पहुँचाया जा सके।
इस इवेंट में शंकर ने यह भी बताया कि भारतीयुडु 2 का प्रमोशन केवल भारत में ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी किया जाएगा। उनका मानना है कि फिल्म का संदेश पूरे विश्व में लोगों के दिलों को छू सकेगा।
दर्शकों को शंकर की अपील
शंकर ने दर्शकों से अपील की कि वे भारतीयुडु 2 को बड़े पर्दे पर देखें और फिल्म के संदेश को समझें। उन्होंने कहा कि यह फिल्म केवल मनोरंजन के लिए नहीं है, बल्कि इसमें एक गहरा संदेश छिपा है जो समाज की बेहतरी के लिए है।
उन्होंने कहा कि वे अपने दर्शकों के प्यार और समर्थन के बिना यह सब नहीं कर पाते। शंकर ने सभी दर्शकों और प्रशंसकों का धन्यवाद किया और उनसे अनुरोध किया कि वे फिल्म को अपना प्यार और समर्थन दें।
नेता और प्रसिद्ध हस्तियाँ भी पहुँची
इस इवेंट में न केवल फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी हस्तियाँ बल्कि कई राजनीतिक नेता भी शामिल हुए। सभी ने भारतीयुडु 2 की टीम के प्रयासों की सराहना की और फिल्म को सफल होने की शुभकामनाएँ दीं।
शंकर ने अपने भाषण का समापन करते हुए कहा कि भारतीयुडु 2 उनके लिए केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म में उन्होंने अपनी आत्मा डाल दी है और उन्हें उम्मीद है कि दर्शक भी इसे उतने ही प्यार से अपनाएंगे।
इस तरह, भारतीयुडु 2 के प्री-रिलीज़ इवेंट में निर्देशक शंकर का भाषण सभी के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गया और फिल्म को लेकर दर्शकों की उत्सुकता और बढ़ गई है।
टिप्पणि
Jitender Rautela
ये शंकर भाई तो हर बार ऐसा ही करते हैं, भाषण में जान डाल देते हैं। फिल्म तो बस एक बहाना है, असली मजा तो उनकी बातों में है।
जुलाई 10, 2024 at 06:42
abhishek sharma
अरे भाई, ये फिल्म बनाने में जितनी चुनौतियाँ बताईं, उतनी ही बड़ी बातें कीं... लेकिन दर्शकों को याद रखना है कि इसका बजट इतना है कि एक छोटे शहर के सरकारी अस्पताल को दोबारा बनाया जा सकता है। कमल हासन की एक्टिंग तो बेस्ट है, लेकिन शंकर का डायरेक्शन अब बहुत ओवरथिंक हो गया है। एक बार थोड़ा सरल बनाने की कोशिश करो, यार।
जुलाई 10, 2024 at 17:46
Surender Sharma
shankar ki film me har baar same formula... hero old, villain corrupt, music loud, action slow motion, climax emotional. phir bhi log dekh rahe hain. yehi toh bollywood ka magic hai.
जुलाई 11, 2024 at 09:05
Divya Tiwari
ये फिल्म सिर्फ एक फिल्म नहीं, ये भारत की आत्मा का प्रतीक है। जो इसे नहीं समझेगा, वो अपने देश को नहीं समझता। भारतीयुडु 2 को देखना हर भारतीय का धर्म है।
जुलाई 11, 2024 at 20:59
shubham rai
ok 😐
जुलाई 13, 2024 at 02:41
Nadia Maya
शंकर के भाषण में जो भावनात्मक वातावरण था, वो एक उच्च कलात्मक अनुभव था। यहाँ तक कि उनकी बातों के अंतराल भी एक निर्माणात्मक शांति का संकेत देते हैं। यह फिल्म शायद अब तक की सबसे गहन विचारधारात्मक निर्माण है।
जुलाई 13, 2024 at 05:40
Nitin Agrawal
sirf ek sequel hai aur itna drama? kya ye bollywood hai ya hollywood? phir bhi 100 cr ka budget hai toh koi baat nahi 😂
जुलाई 13, 2024 at 17:04
Gaurang Sondagar
agar ye film world ke liye hai toh phir why only in hindi why not english? why not global release? why only indian audience? this is not patriotism this is ignorance
जुलाई 14, 2024 at 09:55
Ron Burgher
kamal haasan ke saath kaam karna toh ek blessing hai, lekin isse pehle bhi kai aise directors the jo apne actors ki jindagi badal dete the. ab sab kuch show hai. koi sach nahi. bas publicity.
जुलाई 15, 2024 at 06:58
Prachi Doshi
hope the movie delivers the message well. i trust shankar. he always tries to do something meaningful. 🙏
जुलाई 16, 2024 at 11:01
Karan Kacha
I mean... this isn't just a film-it's a movement! The way Shankar weaves social consciousness into every frame, the way Kamal's voice cracks in the emotional scenes, the way the background score swells like a tidal wave of justice... it's not cinema, it's catharsis! And the production design? The way they recreated the old Hyderabad streets? I cried during the behind-the-scenes footage, honestly. This is the kind of film that changes generations. The way they handled the child actor's subplot? The symbolism of the broken clock in the third act? I'm still thinking about it. This isn't just entertainment-it's a legacy. I've watched it three times already. And I'm not even a big fan of action films. But this? This is sacred.
जुलाई 17, 2024 at 04:56
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