ब्राज़ील के स्वतंत्रता दिवस रैलीज़ में दूर-दक्षिणपंथी आंदोलन में हो रहे बदलाव

7सितंबर
ब्राज़ील के स्वतंत्रता दिवस रैलीज़ में दूर-दक्षिणपंथी आंदोलन में हो रहे बदलाव

ब्राज़ील के स्वतंत्रता दिवस पर राजनीतिक बदलाव

ब्राज़ील का स्वतंत्रता दिवस, जो हर साल ७ सितंबर को मनाया जाता है, ऐतिहासिक रूप से दूर-दक्षिणपंथी रैलीयों का मंच रहा है। विशेषकर, पूर्व राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो के प्रशासन के दौरान, इन रैलियों का आयोजन दबदबा बनाए रखने के लिए किया जाता रहा है। लेकिन इस साल की घटना में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला, जो ब्राज़ील के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है।

बोल्सोनारो के नेतृत्व से संकट

जैर बोल्सोनारो, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया, अब अपने प्रभाव को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर प्रतिबंध लगाने के बाद, बोल्सोनारो की पहुंच बहुत सीमित हो गई है। कोर्ट का यह निर्णय X के कानूनी हस्तीनामा के लिए आवश्यकताओं को पूरा न करने के कारण लिया गया था। इसने बोल्सोनारो के सामाजिक मीडिया समर्थकों के बड़े हिस्से को निराश किया है, जो उनके संदेशों और अनुयायियों की आसानी से पहुंच से कट गए हैं।

नए राजनीतिक चेहरे का उभार

इस साल की रैली के प्रमुख आकर्षण में से एक पाब्लो मार्सल की संभावित भागीदारी बनी रही है। मार्सल, जो साओ पाउलो मेयर के पद के लिए उम्मीदवारी कर रहे हैं, ने अपने स्पष्ट और स्वतंत्र विचारों से कई रूढ़िवादी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि बोल्सोनारो ने साओ पाउलो के मौजूदा मेयर रिकाडो नून्स का औपचारिक समर्थन किया है, लेकिन वह मार्सल को रैली में शामिल होने का न्योता भी दे चुके हैं। यह आंतरिक संघर्ष और नया नेतृत्व, ब्राज़ील के दूर-दक्षिणपंथी घेरे में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है।

रैली में मार्सल की संभावना

रैली में मार्सल की उपस्थिति या अनुपस्थिति दोनों ही महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। अगर वह उपस्थित रहते हैं, तो यह बोल्सोनारो के धार्मिक अनुयायियों में एक नया विभाजन पैदा कर सकता है। और अगर वह अनुपस्थित रहते हैं, तो भी उनके प्रचार की शक्ति को रोका नहीं जा सकता। इससे साफ़ संकेत मिलता है कि ब्राज़ील के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव हो रहा है और दूर-दक्षिणपंथी आंदोलन में नए चेहरे और विचार उभर रहे हैं।

प्रभाव और भविष्य

बोल्सोनारो के समर्थकों के बीच अब एक नई राजनीतिक शक्ति के उभरने की संभावना है। पाब्लो मार्सल, जिनके विचार और रूपांतरण प्रोफाइल लगभग पूरी तरह से बोल्सोनारो से अलग है, इस आंदोलन में अपना अलग स्थान बना सकते हैं। ब्राज़ील के रूढ़िवादी आंदोलन में यह दृष्टिगत बदलाव उस बड़ी तस्वीर का हिस्सा है, जिसमें देश की राजनीतिक दिशा बदल रही है।

निष्कर्ष

ब्राज़ील के व्यापक राजनीतिक समर में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह परिवर्तन आगे किस दिशा में जाता है। बोल्सोनारो की घटती शक्ति और नए चेहरों का उभरना, उन कई मुद्दों का हिस्सा है जो ब्राज़ील के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। पाब्लो मार्सल जैसे नए नेताओं का आगमन, राजनीति में नए विचारों और बदलाव को आंमत्रित कर सकता है।

टिप्पणि

Ira Burjak
Ira Burjak

बोल्सोनारो का असर कम हो रहा है, लेकिन अभी भी उनके लोग अपने फोन पर बातें कर रहे हैं। नए नेता आ रहे हैं, लेकिन क्या वो सच में बदलाव ला पाएंगे? सोचने लायक है।

सितंबर 8, 2024 at 22:14

Shardul Tiurwadkar
Shardul Tiurwadkar

अरे भाई, बोल्सोनारो तो अब एक ऐसा पुराना वीडियो है जिसे कोई रीपोस्ट नहीं करता। मार्सल आया तो असली नया अपडेट है। राजनीति भी अब ऑनलाइन है, ऑफलाइन रैलियाँ तो बस डेकोरेशन हैं।

सितंबर 9, 2024 at 15:30

Abhijit Padhye
Abhijit Padhye

ये सब बातें तो बहुत आम हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि दूर-दक्षिणपंथी आंदोलन का असली मुद्दा ये नहीं कि कौन नेता है, बल्कि ये है कि लोग अब अपने दिमाग से सोचना बंद कर चुके हैं? बोल्सोनारो तो बस एक दर्पण है जिसमें हम सबका अंधविश्वास दिखता है।

सितंबर 9, 2024 at 20:22

VIKASH KUMAR
VIKASH KUMAR

अरे यारrrr!!! बोल्सोनारो को रोकने की कोशिश कर रहे हो? 😱 ये तो ब्राज़ील का असली हीरो है!!! अब ये मार्सल वाला कौन है?? क्या ये भी कोई लिबरल नेता है जो ब्राज़ील के झंडे को फाड़ना चाहता है?? 🤬🇮🇧

सितंबर 9, 2024 at 23:19

UMESH ANAND
UMESH ANAND

महोदयों एवं महोदयाएँ, यह घटना ब्राज़ीली राष्ट्रीय एकता के लिए एक गंभीर चुनौती है। राजनीतिक नेतृत्व के अनैतिक उपयोग के विरुद्ध, हमें संवैधानिक नियमों का पालन करना चाहिए। यह विकृति एक विश्वसनीय लोकतंत्र के लिए अस्वीकार्य है।

सितंबर 10, 2024 at 00:31

Rohan singh
Rohan singh

अच्छा हुआ कि नए चेहरे आ रहे हैं। बोल्सोनारो का जमाना खत्म हो रहा है, और ये बदलाव बहुत अच्छा है। मार्सल अगर सच में अलग विचार लाए तो ब्राज़ील के लिए बहुत बड़ी बात होगी। धीरे-धीरे सब बदल रहा है, बस उम्मीद रखो।

सितंबर 11, 2024 at 21:09

Karan Chadda
Karan Chadda

बोल्सोनारो को तो अभी भी बहुत लोग पसंद करते हैं और तुम लोग बस नए नेता के नाम से भाग रहे हो। असली बदलाव तो तब होगा जब ये सब लोग अपने घरों में बैठकर अपनी आदतें बदलेंगे 😏🇮🇧🔥

सितंबर 12, 2024 at 08:31

Shivani Sinha
Shivani Sinha

मार्सल को कोई नहीं जानता... बोल्सोनारो तो असली आदमी है... अब ये नए लोग बस ट्रेंड बना रहे हैं... ये सब बस ट्विटर वाली बात है... कोई असली बदलाव नहीं होगा 😴

सितंबर 13, 2024 at 03:15

Rutuja Ghule
Rutuja Ghule

यह विचार धारण करना असंभव है कि एक व्यक्ति जिसने राष्ट्रीय संस्कृति के प्रतीकों का दुरुपयोग किया, उसके खिलाफ एक निर्णय लिया जाना चाहिए। आप लोग इसे 'बदलाव' कह रहे हैं, लेकिन यह तो विनाश की ओर बढ़ना है। न्याय का नाम लेकर भी अन्याय नहीं किया जा सकता।

सितंबर 13, 2024 at 12:35

vamsi Pandala
vamsi Pandala

बोल्सोनारो को रोक दिया गया... और अब ये मार्सल वाला कौन है? इसका कोई नाम तो सुना ही नहीं... बस ट्रेंड में आ गया... ये लोग तो हर बार ऐसे ही आते हैं... फिर गायब हो जाते हैं... असली बदलाव तो कभी नहीं होता 😒

सितंबर 15, 2024 at 07:26

nasser moafi
nasser moafi

अरे भाई, ये तो बहुत अच्छा है! ब्राज़ील के राजनीतिक जीवन में नया रंग आ रहा है। बोल्सोनारो के जमाने में सब कुछ बहुत एक रंग का था, अब थोड़ा रंगीन हो रहा है। मार्सल अगर असली नेता है तो ब्राज़ील के लिए ये बहुत बड़ी बात है। जय ब्राज़ील! 🇧🇷✨

सितंबर 16, 2024 at 04:07

Saravanan Thirumoorthy
Saravanan Thirumoorthy

बोल्सोनारो के खिलाफ ये सब निर्णय बाहरी शक्तियों का दबाव है और अब ये मार्सल वाला भी उनका ही टूल है बस नया चेहरा दिखा रहा है असली बदलाव तो नहीं होगा

सितंबर 16, 2024 at 04:22

एक टिप्पणी लिखें