ब्राज़ील के स्वतंत्रता दिवस रैलीज़ में दूर-दक्षिणपंथी आंदोलन में हो रहे बदलाव
Posted on सित॰ 7, 2024 by Devendra Pandey

ब्राज़ील के स्वतंत्रता दिवस पर राजनीतिक बदलाव
ब्राज़ील का स्वतंत्रता दिवस, जो हर साल ७ सितंबर को मनाया जाता है, ऐतिहासिक रूप से दूर-दक्षिणपंथी रैलीयों का मंच रहा है। विशेषकर, पूर्व राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो के प्रशासन के दौरान, इन रैलियों का आयोजन दबदबा बनाए रखने के लिए किया जाता रहा है। लेकिन इस साल की घटना में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला, जो ब्राज़ील के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है।
बोल्सोनारो के नेतृत्व से संकट
जैर बोल्सोनारो, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय प्रतीकों को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया, अब अपने प्रभाव को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर प्रतिबंध लगाने के बाद, बोल्सोनारो की पहुंच बहुत सीमित हो गई है। कोर्ट का यह निर्णय X के कानूनी हस्तीनामा के लिए आवश्यकताओं को पूरा न करने के कारण लिया गया था। इसने बोल्सोनारो के सामाजिक मीडिया समर्थकों के बड़े हिस्से को निराश किया है, जो उनके संदेशों और अनुयायियों की आसानी से पहुंच से कट गए हैं।
नए राजनीतिक चेहरे का उभार
इस साल की रैली के प्रमुख आकर्षण में से एक पाब्लो मार्सल की संभावित भागीदारी बनी रही है। मार्सल, जो साओ पाउलो मेयर के पद के लिए उम्मीदवारी कर रहे हैं, ने अपने स्पष्ट और स्वतंत्र विचारों से कई रूढ़िवादी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि बोल्सोनारो ने साओ पाउलो के मौजूदा मेयर रिकाडो नून्स का औपचारिक समर्थन किया है, लेकिन वह मार्सल को रैली में शामिल होने का न्योता भी दे चुके हैं। यह आंतरिक संघर्ष और नया नेतृत्व, ब्राज़ील के दूर-दक्षिणपंथी घेरे में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है।
रैली में मार्सल की संभावना
रैली में मार्सल की उपस्थिति या अनुपस्थिति दोनों ही महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। अगर वह उपस्थित रहते हैं, तो यह बोल्सोनारो के धार्मिक अनुयायियों में एक नया विभाजन पैदा कर सकता है। और अगर वह अनुपस्थित रहते हैं, तो भी उनके प्रचार की शक्ति को रोका नहीं जा सकता। इससे साफ़ संकेत मिलता है कि ब्राज़ील के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव हो रहा है और दूर-दक्षिणपंथी आंदोलन में नए चेहरे और विचार उभर रहे हैं।
प्रभाव और भविष्य
बोल्सोनारो के समर्थकों के बीच अब एक नई राजनीतिक शक्ति के उभरने की संभावना है। पाब्लो मार्सल, जिनके विचार और रूपांतरण प्रोफाइल लगभग पूरी तरह से बोल्सोनारो से अलग है, इस आंदोलन में अपना अलग स्थान बना सकते हैं। ब्राज़ील के रूढ़िवादी आंदोलन में यह दृष्टिगत बदलाव उस बड़ी तस्वीर का हिस्सा है, जिसमें देश की राजनीतिक दिशा बदल रही है।
निष्कर्ष
ब्राज़ील के व्यापक राजनीतिक समर में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह परिवर्तन आगे किस दिशा में जाता है। बोल्सोनारो की घटती शक्ति और नए चेहरों का उभरना, उन कई मुद्दों का हिस्सा है जो ब्राज़ील के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। पाब्लो मार्सल जैसे नए नेताओं का आगमन, राजनीति में नए विचारों और बदलाव को आंमत्रित कर सकता है।