लुईस हैमिल्टन की ब्रिटिश GP में शानदार जीत
ब्रिटिश ग्रां प्री में लुईस हैमिल्टन ने अपनी 104वीं करियर जीत दर्ज की, जो सिल्वरस्टोन ट्रैक पर उनकी नौवीं जीत है। यह जीत उनके लिए विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि वे पिछले दो सालों से किसी भी रेस में जीत हासिल नहीं कर पाए थे। हैमिल्टन ने मैक्स वेरस्टापेन को हराकर यह जीत हासिल की और अंततः चेकर्ड फ्लैग को पार किया।
टीम और रणनीति का कमाल
हैमिल्टन ने फ्रंट रो से दौड़ की शुरुआत की, जहां उनके साथ मर्सिडीज के साथी जॉर्ज रसेल पोल पर थे। रेस के दौरान, रसेल को वाटर प्रेशर की समस्या के कारण रिटायर होना पड़ा और इसे देख हैमिल्टन को अतिरिक्त दबाव का सामना करना पड़ा। मर्सिडीज टीम ने हैमिल्टन को एक ब्रिलिएंट रणनीति के तहत लैंडो नॉरिस से एक लैप पहले ही पिट किया, जब ट्रैक गीले से सूखे में बदल रहा था, जिससे हैमिल्टन को बढ़त मिल गई।
भावुक पल और मानसिक स्वास्थ्य
जीत के बाद हैमिल्टन भावुक हो गए और कहा कि वे लगातार आंसू बहा रहे थे। यह उनके लिए और भी विशेष था क्योंकि यह जीत उनके 2021 सऊदी अरब ग्रां प्री के बाद की पहली जीत थी। उन्होंने अपनी टीम, साझेदारों और प्रशंसकों को धन्यवाद दिया और यह भी स्वीकार किया कि जीत ने उनकी आत्म-शंका को कैसे दूर किया। उन्होंने अपने मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों के बारे में भी बात की और यह बताया कि इस दौर में टीम और प्रियजनों का समर्थन कितना महत्वपूर्ण था।
एंथनी हैमिल्टन का बयान
हैमिल्टन के पिता, एंथनी हैमिल्टन ने अपने बेटे की दृढ़ता और सुनियोजित ड्राइविंग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि लुईस पूरी तरह से नियंत्रण में थे और वे ब्रिटिश जनता के सामने यह जीत नहीं जाने देने वाले थे। उनके बयान से यह स्पष्ट होता है कि हैमिल्टन की यह जीत एक दृढ़ निश्चय और अद्वितीय फोकस का परिणाम थी।
लुईस हैमिल्टन का यह कारनामा न केवल उनकी ड्राइविंग कौशल का प्रमाण है, बल्कि उनकी मानसिक दृढ़ता और उनके टीम के सहयोग के महत्व को भी दिखाता है। ब्रिटिश GP में इस जीत ने न केवल हैमिल्टन के प्रशंसकों को गर्व का मौका दिया है, बल्कि यह उनकी करियर के सबसे यादगार पलों में से एक रहेगा।
टिप्पणि
Rajesh Khanna
ये जीत सिर्फ एक रेस नहीं, एक इमोशनल कमबैक है। लुईस ने अपने मानसिक संघर्ष को भी हराया, और ये देखकर लगता है कि असली जीत दिमाग में होती है। बहुत बढ़िया किया भाई, तुम सच में एक असली लीजेंड हो। ❤️
जुलाई 9, 2024 at 17:26
Sinu Borah
अरे भाई, ये सब भावुक होने का क्या बहाना है? मैक्स वेरस्टापेन को जीतने देते तो बेहतर होता, वो तो असली टैलेंट है। हैमिल्टन की टीम ने रणनीति से जीत हासिल की, ड्राइविंग की बात तो छोड़ दो। और फिर ये सब मानसिक स्वास्थ्य की बातें? बस एक गाड़ी चला रहा है, ड्रामा मत बनाओ।
जुलाई 10, 2024 at 06:08
Sujit Yadav
आह, एक बार फिर रूढ़िवादी ब्रिटिश नैशनलिस्ट का उदय। हैमिल्टन की यह जीत, जिसे आप 'इमोशनल कमबैक' कह रहे हैं, वास्तव में एक टेक्नोलॉजिकल एडवांटेज का उपयोग था। मर्सिडीज के वाटर प्रेशर सिस्टम की अत्याधुनिक डिज़ाइन ने उन्हें लैंडो नॉरिस से आगे निकाल दिया। यह कोई 'स्पिरिट' की जीत नहीं, बल्कि एक इंजीनियरिंग विजय है। और हाँ, आंसू बहाना? बहुत नाटकीय। 😒
जुलाई 11, 2024 at 23:13
Kairavi Behera
लुईस के लिए ये जीत बहुत बड़ी बात है। लंबे समय तक जीत न मिलना तो बहुत कठिन होता है, खासकर जब आप इतने बड़े नाम हों। लेकिन उन्होंने अपने दिमाग को संभाला, टीम के साथ मिलकर काम किया, और फिर भी अपने आप को नीचे नहीं दिखाया। अगर आप भी किसी मुश्किल चीज़ में फंसे हों, तो याद रखें - धीरे-धीरे, लगातार कोशिश करो। आप भी अपनी जीत पा सकते हैं। 💪
जुलाई 12, 2024 at 16:56
Aakash Parekh
ओके, जीत तो हुई। लेकिन क्या ये सब इतना बड़ा इवेंट था? मैंने तो बस एक घंटे की रेस देखी, बाकी सब टीवी के रिपोर्टर्स ने बनाया। लुईस अच्छा ड्राइवर है, लेकिन ये सब ड्रामा थोड़ा ज्यादा है।
जुलाई 13, 2024 at 09:12
Sagar Bhagwat
हां भाई, लेकिन अगर मैक्स के पास वही कार होती तो वो भी इतना ही भावुक होता। ये सब गाड़ी का खेल है, न कि किसी के दिल का। 😅
जुलाई 13, 2024 at 14:46
Jitender Rautela
अरे यार, इतना भावुक होना क्यों? ये तो रेस है, न कि ब्रेकअप का दिन। लुईस के पिता ने तो बहुत बुद्धिमानी से कहा - 'ब्रिटिश जनता के सामने नहीं जाने देंगे'। ये तो बस एक राष्ट्रीय इच्छा थी, न कि एक व्यक्तिगत जीत।
जुलाई 14, 2024 at 00:46
abhishek sharma
क्या तुमने कभी देखा है कि जब कोई इतने लंबे समय तक जीत नहीं पाता, तो उसका दिमाग कैसे घूमने लगता है? हैमिल्टन ने अपने अंदर के डर को नहीं हराया - उसने बस अपनी टीम की गाड़ी को एक बेहतरीन रणनीति के साथ एक अच्छे मौके पर भेज दिया। जब तक तुम नहीं जानते कि एक टायर कितने सेकंड में अपना गर्म होना बंद कर देता है, तब तक तुम इस जीत के 'मानसिक संघर्ष' के बारे में बात नहीं कर सकते। और हाँ, आंसू बहाना? बस एक अच्छा लाइव शो था। 😏
जुलाई 15, 2024 at 08:21
Surender Sharma
ye toh bas ek race thi, kya iske liye itna drama? hamilton ki car hi best thi, baki sab bs noise hai. aur bhai, mental health ka bhi kya matlab? ek driver hai, not a poet.
जुलाई 17, 2024 at 02:37
Divya Tiwari
हम भारतीय हैं, हम इस जीत को अपना नहीं कर सकते, लेकिन हम उस देश के लिए गर्व करते हैं जहां एक आदमी ने अपने आप को बार-बार जीतने के लिए लड़ा। लुईस ने दिखाया कि जब तक इंसान अपने अंदर की आत्मा को नहीं हारता, तब तक कोई भी उसे नहीं रोक सकता। यह जीत सिर्फ एक रेस नहीं - यह एक विरासत है। 🇮🇳❤️
जुलाई 18, 2024 at 04:35
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