साउथ ज़ोन की नई टीम सूची
दुलेप ट्रॉफी के सेमीफ़ाइनल में साउथ ज़ोन ने अपने स्क्वॉड में अहम बदलाव किए हैं। पिछले मैच में तिलक वर्मा को टीम का कप्तान रहने का मौका मिला था, लेकिन इस बार मध्यस्थता के बाद मोहम्मद अज़हरुद्दीन को नया कप्तान घोषित किया गया। अज़हरुद्दीन, जो पहले बेंगलुरु के घरेलू क्रिकेट में फॉर्म दिखा रहे थे, अपनी लीडरशिप से टीम को नई दिशा देना चाहते हैं।
स्क्वॉड में शामिल हुए नए चेहरे अनिकेत शर्मा और शैख राशिद हैं। अनिकेत ने हाल ही में हाई-प्रोफाइल प्रथम श्रेणी मैचों में तेज़ी से रन बनाकर अपना नाम बनाया है, जबकि शैख को गेंदबाज़ी के साथ-से साथ फील्डिंग में भी भरोसा दिया गया है। दोनों को टीम मैनेजमेंट ने इस मोड़ पर चुना है क्योंकि उन्हें मैच की स्थितियों के अनुसार लचीलापन प्रदान करने की उम्मीद है।
ड्रॉप हुए खिलाड़ी और टॉलेजियन्स की प्रतिक्रिया
सबसे बड़ी चर्चा का कारण है दो प्रमुख बल्लेबाज़ों का बाहर हो जाना: देवदत्त पदिक्कल और नारायण जगदीशन। दोनों ने पिछले सीजन में शानदार परफॉर्मेंस दी थी; पदिक्कल ने अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी से कई जीत दिलाई थी, जबकि जगदीशन ने मध्य क्रम में स्थिरता स्थापित की थी। टीम चयनकर्ता ने बताया कि वे इस निर्णय को फॉर्म, टैक्टिकल जरूरत और युवा प्रतिभा को अवसर देने के उद्देश्य से ले रहे हैं।
खेल विश्लेषकों का कहना है कि इस बदलाव से साउथ ज़ोन को दो‑तीन नया विकल्प मिलेगा, लेकिन साथ ही अनुभव की कमी भी महसूस हो सकती है। कुछ फैंस ने सोशल मीडिया पर पदिक्कल और जगदीशन की जगह पर सवाल उठाए हैं, जबकि अन्य लोग नई रणनीति को सराहते हुए अज़हरुद्दीन की कप्तानी पर भरोसा व्यक्त कर रहे हैं।
टोरनमेंट की वर्तमान स्थिति को देखते हुए साउथ ज़ोन को अब तेज़ी से समायोजन करना होगा। नई कप्तान अज़हरुद्दीन को बैटिंग क्रम, फील्ड प्लेसमेंट और बॉलर के रोल को संतुलित करना पड़ेगा, ताकि टीम की जीत की संभावनाएं बढ़ सकें। आगामी मैच में उनके प्रदर्शन को लेकर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
टिप्पणि
Hitendra Singh Kushwah
ये बदलाव बिल्कुल बेकार है। देवदत्त और जगदीशन को हटाना एक बड़ी गलती है। ये दोनों खिलाड़ी टीम की रीढ़ हैं। अज़हरुद्दीन को कप्तान बनाना तो बस एक नॉस्टैल्जिक ट्रिक है - उनकी बल्लेबाज़ी तो पिछले 5 साल से फिक्की है। युवा खिलाड़ियों को मौका देना ठीक है, लेकिन अनुभव को फेंक देना तो बस बेवकूफ़ी है।
सितंबर 26, 2025 at 14:41
Ashwin Agrawal
अनिकेत शर्मा को टीम में शामिल किया गया है - ये बहुत अच्छा फैसला है। उसने राजस्थान के खिलाफ वो इनिंग्स खेली थी, जिसमें उसने 80 रन 45 गेंदों में बनाए थे। उसकी एग्रेसिविटी और फील्डिंग की एनर्जी टीम के लिए बहुत जरूरी है। अज़हरुद्दीन की कप्तानी में भी उम्मीद है।
सितंबर 27, 2025 at 05:45
Shubham Yerpude
ये सब एक बड़ी साजिश है। देवदत्त और जगदीशन को हटाने का मकसद कुछ और है - ये नहीं कि फॉर्म कमजोर है। टीम मैनेजमेंट के पीछे कोई बड़ा बॉस है, जो युवाओं को इसलिए डाल रहा है क्योंकि उसका कोई बेटा इस टीम में जगह बनाना चाहता है। अज़हरुद्दीन तो बस एक छलावा है। जब तक ये बदलाव राष्ट्रीय स्तर पर नहीं देखा जाता, तब तक ये सब एक नाटक है।
सितंबर 29, 2025 at 01:13
Hardeep Kaur
अज़हरुद्दीन को कप्तान बनाने का फैसला समझ में आता है। वो बहुत शांत और संयमित हैं - ये गुण अभी की टीम को बहुत चाहिए। नए खिलाड़ियों को थोड़ा समय दें, उनकी गलतियों को समझें। देवदत्त और जगदीशन के लिए भी बहुत अच्छा फॉर्म रहा है, लेकिन टीम के लिए नए दर्शन की जरूरत है। उन्हें भी अगले सीजन में मौका मिलेगा।
सितंबर 29, 2025 at 14:51
Chirag Desai
अनिकेत का नाम देखकर तो लगा कि ये कोई नया टैलेंट है, लेकिन उसने तो लगातार अच्छा खेला है। अज़हरुद्दीन की कप्तानी में भरोसा है। बस अब देखना है कि टीम कैसे जुड़ती है।
सितंबर 30, 2025 at 23:57
Abhi Patil
इस बदलाव को बस एक टैक्टिकल मूव के रूप में नहीं देखा जा सकता - ये एक फिलॉसोफिकल रिकॉन्स्ट्रक्शन है। साउथ ज़ोन की टीम अब बस रन बनाने के लिए नहीं, बल्कि एक नए खेल के भाव के लिए खेल रही है। पदिक्कल और जगदीशन का उत्सर्ग अतीत का है, जबकि अनिकेत और शैख भविष्य के लिए बने हुए हैं। अज़हरुद्दीन की लीडरशिप एक नए अध्याय की शुरुआत है - जहाँ अनुभव नहीं, बल्कि नवाचार की आवश्यकता है। ये बदलाव बहुत बड़ा है, और इसे आम लोग नहीं समझ पाएंगे।
अक्तूबर 2, 2025 at 11:35
एक टिप्पणी लिखें