JEE Advanced 2025 पात्रता मापदंड में बदलाव: जानें विवरण
Posted on नव॰ 19, 2024 by मेघना सिंह
संयुक्त प्रवेश बोर्ड (JAB) ने JEE Advanced 2025 के पात्रता मापदंड में महत्त्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इस नए बदलाव के अनुसार, पात्रता की सीमा पहले की तरह यानी दो लगातार वर्षों में दो प्रयास तक सीमित कर दी गई है। यह जल्दबाजी में लिया गया निर्णय 5 नवंबर, 2024 की प्रेस विज्ञप्ति का एक अहम विज्ञंग है, जिसने वर्तमान के लिए तीन प्रयासों की सीमा तय की थी।
इस बदलाव की घोषणा 15 नवंबर, 2024 के JAB बैठक के बाद 18 नवंबर, 2024 के प्रेस रिलीज में की गई थी। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि परीक्षा की योग्यता और परीक्षा में मिलने वाले मौके हर छात्र के लिए उसी तरह अनुकूल हो, जिससे प्रतिभावान छात्रों को अपनी गुणवत्ता साबित करने का बराबर का मौका मिल सके।
पात्रता के अन्य प्रमुख मापदंड यथावत रहेंगे, जिनमें शामिल हैं कि उम्मीदवारों का जन्म 1 अक्टूबर, 2000 के बाद हुआ हो, जबकि SC, ST, और PwD उम्मीदवारों को पांच वर्ष की आयु में छूट मिलती रहेगी। इसके अलावा, उम्मीदवार को पहली बार कक्षा 12वीं परीक्षा 2023, 2024, या 2025 में सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करनी होगी, जिसमें फिजिक्स, रसायन विज्ञान और गणित अनिवार्य विषय हों।
महत्त्वपूर्ण रूप से, जो उम्मीदवार 2024 में किसी IIT के प्रिपरेटरी कोर्स में दाखिला लिया था, वे JEE Advanced 2025 के लिए पात्र माने जाएंगे। हालांकि, जिन उम्मीदवारों का IIT में दाखिला लेते समय रद्द कर दिया गया था, वे पात्रता में शामिल नहीं होंगे।
व्यापक श्रेणीबद्ध वितरण प्रणाली यथावत रहेगी, जिसमें GEN-EWS के 10%, OBC-NCL के 27%, SC के 15%, तथा ST के 7.5% उम्मीदवार शामिल किए जाते हैं। बाकी के 40.5% स्थान सभी के लिए खुले होते हैं।
JEE Main 2025 के BE/BTech (पेपर 1) में शामिल शीर्ष 2,50,000 में रैंक पाने वाले उम्मीदवार JEE Advanced 2025 के लिए पात्र होंगे। हालांकि, टाई होने की स्थिति में यह संख्या थोड़ी अधिक हो सकती है। प्रवेश के इन संपूर्ण विवरणों के लिए उम्मीदवार JEE Official Website जैसे कि jeeadv.ac.in पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पढ़ाई और करियर के लिए इतनी महत्त्वपूर्ण परीक्षाओं के पात्रता मापदंडों में किसी भी प्रकार के बदलाव से हजारों छात्रों के भविष्य पर असर पड़ सकता है। इसलिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि ये मानदंड स्पष्ट, समान, और विश्वसनीय हों ताकि सभी विद्यार्थी अपनी मेहनत और प्रतिभा के आधार पर उचित सम्मान प्राप्त कर सकें।