NEET UG 2024 केंद्रवार परिणाम: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद NTA ने की घोषणा
Posted on जुल॰ 20, 2024 by Devendra Pandey
NEET UG 2024 केंद्रवार परिणाम: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद NTA ने की घोषणा
देशभर में चिकित्सा के क्षेत्र में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) 2024 के परिणाम अब केंद्रवार रूप से घोषित कर दिए गए हैं। यह घोषणा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन में की है, जिसका उद्देश्य परीक्षा में पारदर्शिता लाना और संभावित कदाचार के आरोपों की जांच करना है।
पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के कदम
यह कदम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उठाया गया है, जिसमें कोर्ट ने NEET-UG परीक्षा की पारदर्शिता और अखंडता पर चिंता जताई थी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि परिणामों को केंद्रवार प्रकाशित किया जाए, ताकि यह देखा जा सके कि क्या किसी विशेष केंद्र के उम्मीदवारों के परिणाम असमान रूप से उच्च या निम्न थे। इस कदम से यह स्पष्ट हो सकेगा कि किसी भी तरह का पक्षपात या कदाचार परीक्षा के दौरान हुआ है या नहीं।
NEET-UG परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी, जिसमें 24 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। यह परीक्षा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें 14 अंतरराष्ट्रीय स्थान भी शामिल थे। इतनी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की भागीदारी के चलते परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है।
केंद्रवार परिणामों का महत्व
केंद्रवार परिणामों का प्रकाशन कथित कदाचार के आरोपों की जांच के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। आरोप लगाए गए थे कि कुछ केंद्रों के उम्मीदवारों के परिणाम अन्य केंद्रों के मुकाबले असमान रूप से उच्च थे। इससे समझा जा सकता है कि कहीं न कहीं परीक्षा प्रक्रिया में खामियां थीं जो सुधार की मांग करती हैं। कोर्ट ने अपने निर्देश में यह भी कहा था कि एक रेट्रोस्पेक्टिव दृष्टिकोण से भी पिछले परिणामों की समीक्षा की जानी चाहिए, ताकि पुराने आरोपों की भी जांच हो सके।
इस कदम से यह भी सुनिश्चित होगा कि NTA और अन्य संबंधित संस्थान भविष्य में अधिक सतर्क रहें और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखें। इसके अलावा, केंद्रवार परिणामों की घोषणा ने उन उम्मीदवारों को भी राहत दी है जिन्होंने कदाचार के आरोप लगाए थे। अब वे देख सकते हैं कि उनका केंद्र किसी भी तरह के आरोपों से मुक्त है या नहीं।
सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिकाएं
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में अभी भी कई याचिकाएं लंबित हैं, जो NEET-UG परीक्षा की पुनः जांच, पुनः परीक्षा और कदाचार के आरोपों की न्यायिक निगरानी में जांच की मांग कर रही हैं। इन याचिकाओं के बारे में अदालत में गहन चर्चा हो रही है और विभिन्न पक्षों को सुनने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
कई उम्मीदवार और उनके अभिभावक उम्मीद कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में निष्पक्ष और त्वरित निर्णय लेगा, ताकि उनकी चिंताओं का समय रहते निराकरण हो सके। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि उम्मीदवारों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए ही सभी निर्णय लिए जाएंगे।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह मजबूर कर दिया है कि शिक्षा प्रणाली को और भी पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जाए। यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि किसी भी विद्यार्थी के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो और सभी को समान अवसर मिलें। अंततः, परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता ही हमारे शिक्षा तंत्र की मजबूती का प्रतीक है, और इसे हर हाल में बनाए रखना हमारा सामूहिक दायित्व है।
टिप्पणि
Kairavi Behera
ये केंद्रवार परिणाम घोषित करने का फैसला बहुत अच्छा हुआ। अब हर कोई अपने केंद्र के रिजल्ट को चेक कर सकता है। जिन बच्चों को लगा कि उनका केंद्र फेक है, उनकी चिंता दूर हो गई। बस अब बाकी के केंद्रों की भी जांच हो जाए, तो बहुत बढ़िया होगा।
जुलाई 22, 2024 at 17:58
Aakash Parekh
फिर से ये सब शो। क्या फर्क पड़ता है? जो चाहता है वो निकल जाएगा। बाकी के लिए तो ये सब बस नाटक है।
जुलाई 23, 2024 at 23:53
Sagar Bhagwat
अरे यार, अगर ये केंद्रवार रिजल्ट इतना जरूरी था तो पहले क्यों नहीं किया? अब जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा तो अचानक इतना जोश? ये तो बस लाइव टीवी के लिए बनाया गया ड्रामा है।
जुलाई 25, 2024 at 09:54
Jitender Rautela
बस अब ये सब निकाल दो, अगर कोई केंद्र गड़बड़ रहा है तो उसे बंद कर दो। ये सब जांच करने का बहाना बना रखा है। देखोगे अगले साल भी वही गड़बड़ होगी। ये लोग तो बस अपनी नौकरी बचाने में लगे हैं।
जुलाई 25, 2024 at 14:43
abhishek sharma
अरे भाई, ये सब तो बहुत पुरानी बात है। जब 2019 में NEET में लीक हुआ था, तब किसी ने क्या किया? कुछ नहीं। अब जब 5 लाख बच्चों के भविष्य खतरे में हैं, तो अचानक सुप्रीम कोर्ट का आदेश? ये तो बस एक दिन का शो है। असली बात ये है कि NTA को तोड़ देना चाहिए। इसकी जगह एक नया बोर्ड बनाओ, जो खुला हो और लोगों के भरोसे के लायक हो। ये सब जांच तो बस दिखावा है। जब तक इस सिस्टम को बदल नहीं दिया जाएगा, तब तक ये गड़बड़ियां रुकेंगी नहीं। अगर आप वाकई निष्पक्षता चाहते हैं, तो केंद्रवार रिजल्ट नहीं, बल्कि केंद्रवार टेस्ट पेपर भी जारी करें। ताकि देखा जा सके कि किस तरह के सवाल किस केंद्र में आए। ये तो बस एक शुरुआत है। अगर ये भी छिपाया जाता है, तो फिर ये सब बस एक धोखा होगा।
जुलाई 27, 2024 at 07:06
Surender Sharma
yrr ye sab kya bhai? NTA toh phir bhi kuch nhi kar rha. bas press release daal diya. jaise koi problem solve ho gai. bhai ye toh bas ek bandar ka natak hai.
जुलाई 27, 2024 at 17:46
Divya Tiwari
हमारे देश में जब तक लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं लेंगे, तब तक कोई भी न्याय नहीं होगा। ये सुप्रीम कोर्ट का आदेश हमारे शिक्षा व्यवस्था की जीवनरेखा है। अगर हम इसे नहीं समझेंगे, तो अगली पीढ़ी भी इसी धोखे में फंसेगी।
जुलाई 29, 2024 at 00:14
shubham rai
ok 😐
जुलाई 29, 2024 at 00:51
Nadia Maya
केंद्रवार परिणाम? ये तो बस एक आर्टिफिशियल ट्रांसपेरेंसी है। असली बात तो ये है कि प्रशासन ने अभी तक किसी भी बड़े बाहरी फैक्टर को नहीं छूआ। जैसे कि कैसे एक केंद्र में प्रश्न पत्र लीक हुआ, या कैसे एक निजी एजेंसी ने एक जगह के उम्मीदवारों के लिए अलग से स्कोरिंग एल्गोरिदम इस्तेमाल किया। ये सब तो बस बाहरी लेयर की बात है। असली बात तो आंतरिक नियंत्रण है।
जुलाई 30, 2024 at 16:57
Nitin Agrawal
koi nai bhai sab bhai bhai. ye sab fake hai. kuch bhi nai hua. bas photo dikhaya hai.
जुलाई 31, 2024 at 04:07
Gaurang Sondagar
अब जब तक ये सब खुला नहीं होगा तब तक कोई भरोसा नहीं होगा ये बात सुप्रीम कोर्ट ने कही थी और हमें इसका पालन करना है
जुलाई 31, 2024 at 21:03