ओलिम्पिक्स 2024: दूसरे दिन भारत का टेनिस में जलवा
ओलिम्पिक्स 2024 के दूसरे दिन भारत ने टेनिस मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस दिन का मुख्य आकर्षण रहा अंकीता रैना का शानदार खेल। उन्होंने महिलाओं की सिंगल्स प्रतियोगिता में यूक्रेन की कटरिना ज़वात्स्का को हराकर अपने खेल को एक नई उचाई पर पहुंचाया। अंकीता ने यह मुकाबला बहुत ही धैर्य और समझदारी से खेला, जिसमें उन्होंने 6-2, 7-5 से जीत दर्ज की। उनके तेज़ और समर्पित खेल ने भारतीय खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया।
महिलाओं की डबल्स में भी अंकीता रैना और रुतुजा भोसले की जोड़ी ने अपनी श्रेष्ठता साबित की। इन दोनों ने जापान की जोड़ी शिहो अकिता और एरिका सेमा को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। यह मुकाबला काफी रोमांचक रहा और भारतीय खिलाड़ियों ने 6-4, 3-6, 6-4 से जीत हासिल की। इससे यह स्पष्ट हो गया कि यह जोड़ी आगामी मुकाबलों के लिए पूरी तरह से तैयार है और वे अपने प्रदर्शन को और भी बेहतरीन बनाने की कोशिश करेंगी।
पुरूष डबल्स में भारतीय जोड़ी ने दिखाया दम
पुरूष डबल्स में भी भारतीय टेनिस खिलाड़ी पीछे नहीं रहे। रोहन बोपन्ना और रामकुमार रामनाथन की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के जॉन पीयर्स और ल्यूक सैविल के खिलाफ बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। यह मैच काफी संघर्षपूर्ण और रोमांचक रहा जो कि दो घंटे से भी अधिक समय तक चला। भारतीय जोड़ी ने 6-7, 7-6, 10-8 के स्कोर के साथ यह मुकाबला अपने नाम किया।
मुकाबले के दौरान बोपन्ना और रामनाथन की जोड़ी ने शानदार तालमेल और धैर्य का प्रदर्शन किया। उनकी जीत ने भारतीय टेनिस फैंस में नई ऊर्जा भर दी है और हर कोई आगामी मुकाबलों के लिए उत्साहित है।
आगे की चुनौतियाँ
भारतीय टेनिस दल के लिए यह जीतें बेहद महत्त्वपूर्ण हैं लेकिन आगे की राह आसान नहीं है। उन्हें बेहतर और शक्तिशाली विरोधियों का सामना करना पड़ेगा। इसके लिए खेल में निरंतरता और मानसिक धैर्य की बहुत आवश्यकता होगी।
अंकीता, रुतुजा, रोहन और रामकुमार सभी यह समझते हैं कि आगामी मैच उनके करियर और देश के सम्मान के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। उनका ध्येय न केवल पदक जीतना है बल्कि भारतीय टेनिस को नए आयाम पर ले जाना भी है।
भारतीय खिलाड़ियों ने जिस तरह से शुरुआती दौर में खेला है, उससे यह विश्वास हो गया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। अब सभी की निगाहें अगले दौर के मुकाबलों पर हैं और सभी भारतीय फैंस अपने खिलाड़ियों के लिए उत्साहित और आशावान हैं।
यह जीत न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। सभी को उम्मीद है कि भारतीय टेनिस खिलाड़ी इसी प्रकार आगे भी शानदार प्रदर्शन करते रहेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।
टिप्पणि
Rajesh Khanna
बहुत बढ़िया प्रदर्शन! अंकीता ने तो दिल जीत लिया, ऐसे खिलाड़ी हमारे देश के लिए गर्व की बात हैं। रुतुजा के साथ डबल्स में भी जबरदस्त तालमेल था। भारतीय टेनिस का भविष्य रोशन है।
जुलाई 29, 2024 at 14:33
Sinu Borah
हां बस इतना ही? ये सब तो बहुत पुरानी बात है, जब तक हमारे खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम जीत नहीं लेते, तब तक ये सब बस एक अच्छा दिन था। अंकीता ने ज़वात्स्का को हराया, लेकिन ज़वात्स्का का रैंकिंग 85वां है, अगर वो टॉप 10 में होती तो बात अलग होती। और रोहन बोपन्ना? वो तो 37 साल के हैं, ये अभी भी खेल रहे हैं? अच्छा है जो उनके युवा साथी ने बचाया।
जुलाई 30, 2024 at 04:10
Sujit Yadav
असली टेनिस तो वो है जब आप ग्रैंड स्लैम फाइनल में जाते हैं। ये सब एक तरह का 'पॉपुलिस्ट नैशनलिज्म' है। जब तक भारतीय खिलाड़ी विश्व रैंकिंग में टॉप 20 में नहीं आते, तब तक ये जीतें बस एक बहाना हैं। ये लोग फैंस को भ्रमित कर रहे हैं। 🤦♂️
जुलाई 30, 2024 at 05:55
Kairavi Behera
अंकीता ने बहुत अच्छा खेला, खासकर दूसरे सेट में जब वो 5-5 पर थीं और बाद में ब्रेक लिया - वो वाकई बहुत शांत रहीं। रुतुजा के साथ डबल्स में उनकी नेट पर जाने की रणनीति बहुत स्मार्ट थी। रोहन और रामकुमार की जोड़ी ने जो तालमेल दिखाया, वो अभी तक का सबसे अच्छा था। ये लोग अभी भी सीख रहे हैं - अगले दौर में वो और भी बेहतर होंगे।
जुलाई 30, 2024 at 11:01
Aakash Parekh
ठीक है, जीत गए। अब क्या? अगला मैच कब है? मैं बस देखना चाहता हूं कि ये जीत असली है या बस एक अच्छा शुरुआती दिन।
जुलाई 31, 2024 at 13:51
Sagar Bhagwat
ये सब तो बहुत अच्छा है, लेकिन क्या कोई जानता है कि रामकुमार का बैकहैंड कितना अच्छा है? मैंने उसके फॉरहैंड को देखा, लेकिन बैकहैंड तो बिल्कुल बाहर था। ये तो बस एक शुभ शुरुआत है। 😎
जुलाई 31, 2024 at 22:29
Jitender Rautela
अंकीता का खेल तो बहुत अच्छा था, लेकिन उसके स्विंग में थोड़ा अस्थिरता है। रोहन बोपन्ना के लिए ये दूसरा ऑलिंपिक है, लेकिन उनकी ऊर्जा तो अभी भी युवा लड़कों जैसी है। वो बहुत अच्छे हैं, लेकिन अगर उनके साथ एक और युवा खिलाड़ी होता तो बेहतर होता।
अगस्त 2, 2024 at 01:04
abhishek sharma
हां बस एक दिन की जीत ने आपको इतना खुश कर दिया? भारत के टेनिस के लिए ये तो बस एक बहाना है। आप जानते हैं कि ये सब लोग कितने साल से बाहरी टूर्नामेंट्स में खेल रहे हैं? बोपन्ना तो 2010 के बाद से एक जगह घूम रहे हैं। अंकीता ने जीता, लेकिन उसका रैंकिंग नंबर अभी भी टॉप 100 में नहीं है। ये सब बस एक गुड न्यूज़ स्टोरी है। 🤷♂️
अगस्त 3, 2024 at 00:01
Surender Sharma
रामकुमार ने जो विनर लगाया वो बहुत बढ़िया था, पर उसका सर्व तो बहुत खराब रहा। रोहन के साथ जोड़ी तो बहुत अच्छी है, लेकिन उनका रिस्पॉन्स टाइम बहुत धीमा है। अंकीता का फर्स्ट सर्व भी बहुत लेस रहा। ये सब तो बस एक बार की बात है।
अगस्त 4, 2024 at 06:22
Divya Tiwari
भारत का नाम रोशन कर रहे हैं! ये जीत बस खिलाड़ियों की नहीं, बल्कि पूरे भारत की जीत है! जब तक दुनिया भारत को नहीं मानती, तब तक हम अपने खिलाड़ियों को लेकर गर्व करेंगे। ये जीत हमारी जनता की आत्मविश्वास की नई शुरुआत है। 🇮🇳🔥
अगस्त 5, 2024 at 09:11
shubham rai
ठीक है... जीत गए। 😐
अगस्त 7, 2024 at 06:07
Nadia Maya
मैं नहीं जानती कि आप लोग इसे कैसे गर्व की बात बना रहे हैं। ये सब तो बहुत साधारण है। यूरोपीय खिलाड़ी तो अपने युवा वर्षों में इससे बेहतर खेलते हैं। ये जीतें बस एक बहाना हैं जिससे भारतीय मीडिया अपनी रेटिंग बढ़ा रहा है।
अगस्त 8, 2024 at 10:05
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