प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा: क्वाड सम्मेलन और जो बाइडेन से मुलाकात की ताजा खबरें
Posted on सित॰ 22, 2024 by मेघना सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिकी दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर हैं। उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्वाड नेताओं के सम्मेलन में भाग लेना है, जो 21 सितंबर, 2024 को विलमिंगटन में हुआ। इस सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें डिजिटल कनेक्टिविटी, सुरक्षा और स्थिरता पर जोर दिया गया।
क्वाड सम्मेलन का महत्व
क्वाड सम्मेलन का आयोजन करने का उद्देश्य चार देशों अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सहयोग को सुदृढ़ करना था। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री और जापान के प्रधानमंत्री भी शामिल हुए। सभी नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि क्वाड को एक मजबूत और स्थायी संगठन बनाना आवश्यक है, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा दे सके।
डिजिटल कनेक्टिविटी और समुद्र के नीचे केबल्स
सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण बिन्दु क्वाड साझेदारी के अंतर्गत केबल कनेक्टिविटी और समुद्री केबल्स पर चर्चा थी। इस साझेदारी का उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है। डिजिटल कनेक्टिविटी के विस्तार से इन देशों के बीच आर्थिक सहयोग में वृद्धि होगी और लोगों के जीवन में सुधार आएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने समुद्र के नीचे केबल्स के महत्व पर जोर दिया, जो विभिन्न देशों के बीच डेटा ट्रांसमिशन को सुगम बनाते हैं। इन केबल्स के माध्यम से इंटरनेट की गति में सुधार होगा और व्यापारिक गतिविधियों में गति आएगी।
वैश्विक भलाई का बल - क्वाड
प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन के दौरान क्वाड को 'वैश्विक भलाई का बल' कहा और इसके महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह संगठन न केवल सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देगा, बल्कि वैश्विक मुद्दों को सुलझाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मोदी ने यह भी कहा कि क्वाड 'यहां रहने के लिए आया है' और यह संगठन एक स्वच्छ और स्वतंत्र इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध है।
न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय से मुलाकात
क्वाड नेताओं के सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क पहुंचे। उन्होंने भारतीय समुदाय से मिलने की इच्छा जताई और उनके साथ अपनी योजनाओं और विचारों को साझा किया। मोदी का मानना है कि जो भारतीय विदेशों में रहते हैं, वे भारत की सॉफ्ट पावर को प्रदर्शित करते हैं और देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
सम्मेलन में हुई अन्य चर्चा
क्वाड सम्मेलन के दौरान अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इसमें आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे विषय शामिल थे। सभी नेताओं ने समंवय करने के लिए सहमति दी और एक दूसरे के साथ सहयोग का वादा किया।
आतंकवाद पर चर्चा
सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर भी जोर दिया गया। सभी नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आतंकवाद के खिलाफ समन्वित प्रयास करना आवश्यक है और इसके लिए एक मजबूत वैश्विक रणनीति बनानी होगी।
मोदी ने इस मुद्दे पर अपने विचार रखते हुए कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इसे जड़ से समाप्त करने के लिए सभी देशों को मिलकर कार्य करना चाहिए।
जलवायु परिवर्तन
जलवायु परिवर्तन भी सम्मेलन के मुख्य विषयों में से एक था। नेताओं ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया और इसके समाधान के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की। उन्होंने यह माना कि जलवायु परिवर्तन का असर सभी देशों पर हो रहा है और इससे निपटने के लिए सभी देशों को सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे।
वैश्विक स्वास्थ्य
वैश्विक स्वास्थ्य के मुद्दे पर भी गहन चर्चा हुई। कोविड-19 महामारी के अनुभवों से सभी नेता सहमत हुए कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और उन्हें मजबूत करना अनिवार्य है। इसके लिए देशों के बीच सहयोग और संसाधनों का सही उपयोग आवश्यक है।
आगे की योजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी यात्रा के दौरान भविष्य की योजनाओं और भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के उपायों पर भी चर्चा की। उन्होंने अन्य देशों के नेताओं के साथ बातचीत की और उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उपायों पर जोर दिया।
उन्होंने नई तकनीकियों का उपयोग कर दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने और निवेश के अवसरों को विस्तारित करने की योजनाओं पर भी बात की। पीएम मोदी का कहना है कि यह यात्रा केवल क्वाड सम्मेलन तक सीमित नहीं होगी, बल्कि इसके बाद भी कई महत्वपूर्ण बैठकें और चर्चाएं होंगी, जिनसे भारत को लाभ होगा।