रिलायंस रिटेल के साथ जियो फाइनेंशियल का 4.33 बिलियन डॉलर का सौदा

26मई
रिलायंस रिटेल के साथ जियो फाइनेंशियल का 4.33 बिलियन डॉलर का सौदा

रिलायंस रिटेल से बड़े सौदे के लिए तैयार जियो फाइनेंशियल

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFS), जो अरबपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह से निकला हुआ एक वित्तीय सेवा प्रदाता है, ने रिलायंस रिटेल से लगभग 360 अरब रुपये ($4.33 बिलियन) के टेलीकॉम उपकरण और डिवाइस खरीदने की योजना बनाई है। यह सौदा मुख्य रूप से जियो लीजिंग सर्विसेज के माध्यम से रिलायंस जियो इन्फोकॉम के ग्राहकों को किराए पर डिवाइस उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

सौदे का उद्देश्य

इस सौदे का मुख्य उद्देश्य जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को टेलीकॉम उपकरण और डिवाइस लीजिंग कारोबार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना है। यह प्रतिस्पर्धा ह्यूलेट पैकार्ड और लेनोवो जैसे स्थापित कंपनियों के साथ होगी। इस कदम के बाद भारतीय टेलीकॉम बाजार में संतुलन बदल सकता है और ग्राहकों को अधिक विकल्प मिल सकते हैं।

लीजिंग बिजनेस का नया सफर

जियो फाइनेंशियल का यह कदम उन्हें टेलीकॉम उपकरण और डिवाइस लीजिंग बाजार में एक नया सफर शुरू करने में मदद करेगा। यह संभावना जताई जा रही है कि इस सौदे के जरिए जियो फाइनेंशियल सर्विसेज मोबाइल फोन, राउटर और अन्य नेटवर्क उपकरण जैसे प्रोडक्ट्स किराए पर उपलब्ध करेगा। इससे रिलायंस जियो इन्फोकॉम के ग्राहक इन प्रोडक्ट्स का उपयोग कर सकेंगे।

शेयरधारकों की मंजूरी

यह सौदा वित्तीय वर्ष 2025 और 2026 के दौरान पूरा होने की संभावना है, जिसमें शेयरधारकों की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। उम्मीद है कि यह प्रक्रिया जून 22, 2023 तक पूरी हो जाएगी।

मुश्किलों और अवसरों का मिश्रण

हालांकि यह सौदा जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकता है, लेकिन इसके साथ ही यह कई मुश्किलों और चुनौतियों को भी सामने लाएगा। अन्य स्थापित कम्पनियों के साथ प्रतिस्पर्धा और बाजार की बदलती मांगों के अनुसार खुद को ढालना एक कठिन काम हो सकता है।

मुकेश अंबानी का विजन

मुकेश अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस समूह ने हमेशा से ही नवाचार और विकास को प्राथमिकता दी है। यह सौदा उनके विजन का एक और महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। इस कदम के जरिए रिलायंस समूह अपने विविध व्यापारों में और भी अधिक समृद्धि ला सकता है।

ग्राहकों को मिलेगा फायदा

इस सौदे का मुख्य लाभ ग्राहकों को मिलेगा, जो विभिन्न उपकरणों और डिवाइसों का किराए पर उपयोग कर सकेंगे। इससे ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों का उपयोग करने का फायदा मिलेगा, साथ ही उनकी लागत में भी कमी आ सकती है।

इस तरह, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का यह कदम भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव ला सकता है और रिलायंस जियो इन्फोकॉम के ग्राहकों को नई सुविधाएं प्रदान कर सकता है।

टिप्पणि

Prachi Doshi
Prachi Doshi

ये तो बहुत अच्छा हुआ... अब फोन किराए पर मिलेगा, बहुत सस्ता हो जाएगा 😊

मई 27, 2024 at 15:27

Karan Kacha
Karan Kacha

अरे भाईयों, ये सिर्फ एक सौदा नहीं है, ये तो भारत के डिजिटल इंडिया का एक नया अध्याय है! जियो फाइनेंशियल ने जो किया है, वो एक विप्लव है! आप सोचिए - एक कंपनी जो टेलीकॉम, फाइनेंस, और डिवाइस लीजिंग को एक साथ जोड़ रही है, ये तो बाजार का नियम ही बदल देगा! ह्यूलेट-पैकार्ड और लेनोवो को अब अपनी नींद भी नहीं आएगी! ये सिर्फ फोन नहीं, ये तो डिजिटल इकोसिस्टम का रिकॉर्ड ब्रेकिंग मूव है! अगर आप अभी तक इसकी गहराई नहीं समझ पाए, तो आप अभी भी 2018 में हैं!

मई 28, 2024 at 20:03

vishal singh
vishal singh

ये सब नाटक है। अंबानी के लिए ये सिर्फ एक और टैक्स बचाने का तरीका है। कोई फायदा ग्राहक को नहीं होगा।

मई 30, 2024 at 19:04

mohit SINGH
mohit SINGH

ये सौदा तो बस एक बड़ा फ्रॉड है! जियो फाइनेंशियल अपने खुद के डिवाइस बेच रहा है और अपने ग्राहकों को फंसा रहा है! ये नहीं होगा तो मैं अपना नाम बदल दूंगा!

जून 1, 2024 at 07:43

Preyash Pandya
Preyash Pandya

अरे भाई, ये सब तो बस एक बड़ा गेम है 😏 अंबानी अपने घर के बाहर नहीं, बल्कि पूरे भारत के घर में घुस रहे हैं! अब फोन किराए पर, बैंक अकाउंट किराए पर, अब अगला क्या? आधार कार्ड किराए पर? 😂

जून 3, 2024 at 00:09

Raghav Suri
Raghav Suri

मुझे लगता है ये एक बहुत बड़ा सकारात्मक कदम है, वास्तव में। मैंने अपने दोस्त को देखा है जो नया फोन खरीदने के लिए लाखों रुपये उधार लेता है, और अगर अब वो इसे किराए पर ले सकता है, तो उसकी जिंदगी बदल जाएगी। और ये सिर्फ फोन नहीं, राउटर, पैड, और बाद में शायद स्मार्ट घड़ियां भी शामिल हो सकती हैं। अगर ये सब एक ही प्लेटफॉर्म पर आ जाए, तो भारत में डिजिटल एक्सेस का नया युग शुरू हो जाएगा। मैं तो बहुत उत्साहित हूँ, और अगर कोई इसमें शामिल होना चाहे, तो उसे बस एक बार जियो ऐप खोलना है।

जून 3, 2024 at 10:33

Priyanka R
Priyanka R

ये सब तो सरकार और रिलायंस के बीच गुप्त समझौता है। अगले 6 महीने में हमारे डेटा की निगरानी शुरू हो जाएगी। और फिर वो बताएंगे कि आपको क्या खरीदना चाहिए 😈

जून 4, 2024 at 00:57

Rakesh Varpe
Rakesh Varpe

अच्छा कदम

जून 4, 2024 at 19:45

Girish Sarda
Girish Sarda

इस सौदे के बाद क्या जियो फाइनेंशियल अब अपने ग्राहकों के खर्चे के डेटा को उनके लीजिंग टाइम पर आधारित करके क्रेडिट स्कोर देने लगेगा या नहीं

जून 5, 2024 at 02:41

Garv Saxena
Garv Saxena

क्या हम वास्तव में यह सोच रहे हैं कि एक कंपनी जो हमारे फोन कॉल्स, डेटा और अब हमारे डिवाइस लीजिंग को नियंत्रित करती है, वह हमारे लिए अच्छी है? यह तो अब सिर्फ एक बिजनेस मॉडल नहीं, यह तो एक नए प्रकार के डिजिटल फीडोम की शुरुआत है। हम अपनी आज़ादी को किराए पर ले रहे हैं और उसके लिए भुगतान कर रहे हैं। क्या यही है आधुनिक भारत का सपना?

जून 5, 2024 at 16:48

Rajesh Khanna
Rajesh Khanna

ये बहुत अच्छा है! अब लोग अपने फोन बदलने के लिए बहुत ज्यादा पैसे नहीं खर्च करेंगे। बहुत बढ़िया आइडिया!

जून 5, 2024 at 16:51

vishal singh
vishal singh

अगर ये सब इतना अच्छा है तो फिर रिलायंस के शेयर नहीं बढ़ रहे? जो बात बढ़ती है, वो नहीं बढ़ती।

जून 7, 2024 at 08:19

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