सूर्या की फिल्म 'कंगुवा' पर नकारात्मक समीक्षाओं का प्रभाव: ज्योतिका का समर्थन
Posted on नव॰ 18, 2024 by मेघना सिंह
फिल्म 'कंगुवा' पर ज्योतिका का समर्थन
जब भी एक फिल्म रिलीज़ होती है, उसके साथ समीक्षाओं की बाढ़ भी आती है। ऐसा ही कुछ विवरण सूर्या की नई फिल्म 'कंगुवा' के साथ हुआ। इस फिल्म के रिलीज़ होते ही मिली नकारात्मक समीक्षाओं ने सभी का ध्यान खींचा। लेकिन अभिनेत्री ज्योतिका, जो न सिर्फ सूर्या की पत्नी हैं बल्कि खुद भी एक सफल अभिनेत्री हैं, ने इंस्टाग्राम पर एक नोट के जरिए इन समीक्षाओं के खिलाफ अपनी आवाज उठाई।
ज्योतिका का इंस्टाग्राम संदेश
ज्योतिका ने अपने संदेश में साफ कर दिया कि यह पोस्ट सूर्या की पत्नी के रूप में नहीं बल्कि एक फिल्म प्रेमी के तौर से है। उन्होंने उल्लेख किया कि 'कंगुवा' एक अद्भुत सिनेमा अनुभव है और सूर्या के साहस की सराहना की जो उन्होंने फिल्ममेकिंग में नई सीमाओं को धक्का देने के लिए की।
फिल्म की आलोचनाओं पर बोलते हुए ज्योतिका ने स्वीकार किया कि पहले आधे घंटे में कुछ खामियां हैं और फिल्म की ध्वनि की भी आलोचना की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि नई अवधारणाओं के साथ प्रयोग करती भारतीय फिल्मों में ये खामियां स्वाभाविक हैं।
नकारात्मक समीक्षाओं पर सवाल
ज्योतिका ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि कुछ मीडिया माध्यम और फिल्म जगत के लोग फिल्म की सकारात्मक पक्षों को अनदेखा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म के दूसरे हिस्से में महिला-पर्णित एक्शन सीक्वेंस और एक युवा लड़के की प्रेम और विश्वासघात की इमोशनल कहानी को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इसके अलावा, ज्योतिका ने ध्यान दिलाया कि फिल्म की नकारात्मक छवि पेश करने के पीछे कई ग्रुप प्रोपगेंडा काम कर रहे हैं। उन्होंने यह आरोप लगाया कि इन समीक्षाओं को फिल्म के रिलीज़ होने से पहले ही फैलाने का प्रयास किया गया था, और टीम को सलाह दी कि उन्हें अपने काम पर गर्व होना चाहिए।
फिल्म की बॉक्स ऑफिस परफॉर्मेंस
सिवा द्वारा निर्देशित 'कंगुवा', के.ई. ज्ञानवेल राजा के स्टूडियो ग्रीन के तहत निर्मित, ने अपनी पहली दिन बॉक्स ऑफिस पर वैश्विक स्तर पर 58.62 करोड़ रुपये की कमाई की। भले ही फिल्म को नकारात्मक समीक्षाएं मिलीं, फिल्म ने भारत में 22 करोड़ रुपये के आसपास की कमाई की है।
फिल्म में सूर्या के साथ दिशा पटानी, बॉबी देओल, नटराजन सुब्रमनियम, करुणास, रेडिन किंग्सले, योगी बाबू, और बीएस अविनाश सहायक भूमिकाओं में नजर आते हैं। देवी श्री प्रसाद ने इसका संगीत तैयार किया है और वेत्री पलनीसामी ने सिनेमैटोग्राफी का जिम्मा संभाला है।
फिल्म को लेकर मिले मिले-जुले प्रतिक्रियाओं के बावजूद, इसे देखने वालों ने इसके अभिनव प्रयोगों की प्रशंसा की। ज्योतिका की इस समर्थन से फिल्म को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद मिली है, और यह अनुरोध भी है कि यदि फिल्म को देखते हैं, तो उसके सकारात्मक पहलुओं को भी समझना चाहिए।