ओलंपिक बॉक्सिंग की पूरी गाइड – क्या देखना है, कब देखना है

ऑलिम्पिक खेलों में बॉक्सिंग हमेशा से ही धैम्य और ड्रामा का मेल रहा है। इस टैग पेज पर हम आपको सबसे ज़रूरी जानकारी देंगे – कब मैच होगा, कौनसे वेट क्लास में भारत के बॉक्सर मुकाबला करेंगे और कैसे आप नज़र न खोएँ। अगर आप बॉक्सिंग के फैन हैं या अपने भारत की जीत का इंतज़ार कर रहे हैं, तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें।

ओलंपिक बॉक्सिंग का टाइमटेबल

2024 के पेरिस ओलंपिक में बॉक्सिंग इवेंट 24 जुलाई से 8 अगस्त तक चलेगा। कुल 13 वेट क्लास हैं, 7 पुरुषों के और 6 महिलाओं के। हर क्लास में क्वालिफायर्स, क्वार्टरफ़ाइनल, सेमीफ़ाइनल और फाइनल होते हैं। ट्यूटोरियल ढंग से देखें:

  • पहला दिन (24 जुलाई) – हलके वज़न वर्ग (फ़्लाइ‑वेट) के शुरुआती राउंड।
  • अगले 3‑4 दिन – मिड‑वेट और लाइट‑वेट के क्वालिफायर।
  • 10‑12 जुलाई के बीच – सेमीफ़ाइनल और ब्रोन्स टॉर्नामेंट।
  • अंतिम दो दिन (7‑8 अगस्त) – फाइनल मैच, जहाँ पदक तय होते हैं।

ऑलिम्पिक वेबसाइट या विश्व बॉक्सिंग (AIBA) के ऐप से आप रीयल‑टाइम एडिटेड समय‑सूची देख सकते हैं। टाइमेज़ में समय‑क्षेत्र का ध्यान रखें, क्योंकि पेरिस का समय भारत से 3½ घंटे पीछे है।

इंडिया के प्रमुख बॉक्सर और उनकी उम्मीदें

भारत ने पिछले ओलंपिक्स में बॉक्सिंग में कुछ चमकते सितारे निकाले हैं – तेज़सिंह, विजेज़ दुबे और एम्बर रॉय। इस बार के चयन में इन नामों के साथ कुछ नए चेहरों को भी मौका मिला है।

  • विजेन्द्र सिंह (वॉलिशी‑वेट) – 2022 एशियाई गेम में सिल्वर, इस बार फॉर्म में है और टाइटल फाइटर का अनुभव है।
  • ऐशा सिंग (फ़ीमेल लाइट‑वेट) – 2023 विश्व चैंपियनशिप में क्वार्टरफ़ाइनल तक पहुंची, महिला बॉक्सिंग में नई हवा लाने की उम्मीद है।
  • सुजत सिंह (बॉक्सिंग बायो‑मेटल) – बॉक्सिंग क्लासिक में युवा उमंग, अभी अंतरराष्ट्रीय टूर में प्रदर्शन कर रहा है।

इन खिलाड़ियों की तैयारी बायो‑मैकेनिकल ट्रेनिंग, हाई‑इंटेंसिटी कार्डियो और स्पोर्ट्स साइकोलॉजी पर फोकस करके हुई है। अगर आप इनका फॉलो करना चाहते हैं तो सोशल मीडिया पर उनका फैन पेज और इंस्टाग्राम अकाउंट सबसे तेज़ अपडेट देगा।

ऑलिम्पिक बॉक्सिंग में जीतने के लिए दो चीज़ जरूरी है – टैक्टिकल फिटनेस और मजबूत दिमाग। कई बॉक्सर रोज़ 3‑4 राउंड की सिमुलेशन ट्रेनिंग करते हैं ताकि आखिरी राउंड में थकान नहीं आए। साथ ही, कोचिंग टीम अक्सर ‘विज़ुअलाइज़ेशन’ तकनीक का इस्तेमाल करती है – बॉक्सर अपने आप को जीतते हुए देखता है, जिससे तनाव कम होता है।

यदि आप घर पर लाइव देख रहे हैं तो टीवी चैनल सोनी एथलेटिक या स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म ओपन प्ले के पास एचडी क्वालिटी में मैच मिलेंगे। सेट‑अप के लिए एक पावर‑फुल साउंड सिस्टम या हैडफ़ोन रखें, ताकि पंच और किक की आवाज़ स्पष्ट सुनाई दे।अंत में, यदि आप बॉक्सिंग में नए हैं और बेसिक रूल्स सीखना चाहते हैं, तो यहाँ कुछ आसान पॉइंट्स हैं:

  • राउंड 3 मिनट के होते हैं, दो राउंड के बीच 1 मिनट का ब्रीक।
  • जज तीन प्रमुख चीज़ें देखता है – पंच, डिफ़ेंस और एग्रेसिविटी।
  • कुल 10 अंक में से अधिक अंक जितना हो, वही जीतता है।

इन चीज़ों को समझकर आप मैच को और मज़े से देख पाएँगे। ओलिम्पिक बॉक्सिंग केवल खेल नहीं, बल्कि एक कहानी है जहाँ हर पंच में संघर्ष और उम्मीद छिपी होती है। तो तैयार हो जाओ, अपनी पसंदीदा टीम को सपोर्ट करो और इस एंट्री के साथ बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखें!

4अग॰

लवलीना बोर्गोहाइन ने टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टरफ़ाइनल में चीन की ली कियान से हारकर अपनी ओलंपिक यात्रा समाप्त की। इस हार के साथ ही भारत की बॉक्सिंग कैम्पेन भी खत्म हो गई। लवलीना और ली कियान के बीच कड़ा मुकाबला हुआ जिसमें दोनों को बार-बार सावधान किया गया। लवलीना का सामना इससे पहले भी ली कियान से हुआ था।