पैरालिंपिक्स 2024: भारत की तैयारियां और बड़े सितारे

क्या आपको पता है कि 2024 के पैरालिंपिक्स में भारत ने कितनी मेहनत की है? इस बार टोक्यो के बाद एशिया में फिर एक बड़ा इवेंट है, और हमारे एथलीटों ने अपने सपनों को सच करने के लिए कड़ी ट्रेनिंग की है। चलिए सुनते हैं उन कहानियों को जो आपके दिल को छू जाएँगी।

मुख्य खेल और भारत के प्रतिभाशाली एथलीट

पैरालिंपिक्स में बहुत सारे खेल होते हैं – एथलेटिक्स, स्विमिंग, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस और बहुत कुछ। हमारे पास पहले से ही विजय कुमार जैसे तेज़ धावक हैं, जो 100 मीटर में सैकड़ों सेकंड से कम समय में दौड़ते हैं। डॉ. रेशमा थॉमस ने स्विमिंग में कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और अब वो 400 मीटर फ्रीस्टाइल में लक्ष्य रख रही हैं। बास्केटबॉल टीम में अमन सिंह की ड्रिब्लिंग और शॉटिंग बहुत भरोसेमंद है, इसलिए टीम को गोल करने में आसानी होगी।

इन एथलीटों की कहानी सिर्फ जीत नहीं, बल्कि कठिनाइयों से लड़ने की है। कई बार उन्हें अपने घर से बाहर निकलना मुश्किल लगा, लेकिन सपोर्ट सिस्टम, कोच और सरकार की स्कीम्स ने मदद की। इस साल नई ‘पैरालिंपिक सपोर्ट फंड’ भी शुरू हुई, जिससे ट्रेंनिंग, उपकरण और अंतर्राष्ट्रीय प्रवास की लागत कम हुई।

भारत की उम्मीदें और दर्शकों की प्रतिक्रिया

भारत में पैरालिंपिक को लेकर अब उत्साह बढ़ रहा है। सोशल मीडिया पर लोग अपने पसंदीदा एथलीटों को ‘जोरदार तालियों’ से सराहते हैं और उनके लिए शुभकामनाएं भेजते हैं। कई स्कूलों में अब पैरालिंपिक कोरिकूलम के बारे में बताया जा रहा है, जिससे बच्चों को विशेष खेलों की जानकारी मिलती है।

जब एथलीटों को मेडल जीतते देखेंगे, तो यह केवल एक व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि पूरे देश की प्रेरणा बनेगी। हमें उम्मीद है कि 2024 के पैरालिंपिक्स में भारत कम से कम दो गोल्ड, तीन सिल्वर और पाँच ब्राँज मेडल लाएगा। ये आँकड़े पिछले संस्करण की तुलना में काफी बेहतर हैं, और दर्शाता है कि हमारी तैयारी सही दिशा में है।

अगर आप भी अपने शहर में पैरालिंपिक समर्थन देना चाहते हैं, तो स्थानीय खेल सुविधाओं में डोनेशन या वालंटियर के रूप में मदद कर सकते हैं। छोटे छोटे कदम बड़े बदलाव की ओर ले जाते हैं।

तो तैयार हो जाइए, टीवी या स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर पैरालिंपिक्स 2024 को देखिए और हमारे एथलीटों को उनका सम्मान दीजिए। हर ध्वनि, हर तालियां और हर हौसला हमें एक बेहतर भारत की ओर ले जाएगा।

8सित॰

भारतीय पैरा-एथलीट नवदीप सिंह ने पेरिस पैरालिंपिक्स 2024 में पुरुषों की जेवेलिन थ्रो F41 स्पर्धा में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने ईरान के एथलीट सादेग बीत सयाह की अयोग्यता के बाद पहला स्थान हासिल किया। नवदीप ने 47.32 मीटर की दूरी के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया था, लेकिन बाद में स्वर्ण पदक विजेता बने।