प्रकोप: भारत में मौसमी आपदाओं की ताज़ा अपडेट
स्वर्ण समाचार के "प्रकोप" टैग पर आपको पूरे देश में हुए मौसम संबंधी प्रकोपों की खबरें मिलेंगी। फरीदाबाद की बरसात से लेकर राजस्थान की भारी बारिश, दिल्ली में येलो अलर्ट और उत्तराखंड की पहाड़ी बर्फबारी – सब कुछ यहाँ एक ही जगह पढ़ सकते हैं। हम सरल शब्दों में बताते हैं कि क्या हुआ, कहाँ हुआ और आप क्या कर सकते हैं।
हाल के बड़े प्रकोप और उनका प्रभाव
फरीदाबाद में तेज़ बारिश ने हीटवेव को तोड़ दिया। दोपहर की बौछारों से तापमान 36°C से गिरकर 33.6°C हो गया और नमी 71% तक पहुंची। सेक्टर 15A और ओल्ड फरीदाबाद जैसे निचले इलाकों में जलभराव हुआ, ट्रैफ़िक में भी रुकावट आई। IMD ने अगले 3‑4 दिन हल्की‑मध्यम बारिश की संभावना बताई और शहर का Climate Change Severity Score 62/100 (बहुत उच्च) घोषित किया।
मुंबई‑ठाणे में रेड अलर्ट जारी हो गया। स्कूल बंद, फ्लाइट और ट्रेनों में देरी, और कई क्षेत्रों में जलमग्न जमीन देखी गई। प्रशासन ने घर से बाहर न निकलने की सलाह दी, क्योंकि लगातार तेज़ बारिश से फ़्लूड का खतरा बना रहता है।
राजस्थान के चार जिलों में भी रेड अलर्ट लगा। डेम ओवरफ्लो हो चुके हैं और जलस्तर बढ़ रहा है। लोगों को निचले इलाकों से दूर रहने की चेतावनी दी गई। इसी तरह, दिल्ली में येलो अलर्ट आया, जहाँ 16‑18 जून तक हल्की‑मध्यम बारिश और आंधी‑तूफ़ान की संभावना है। तापमान 39°C से नीचे गिरेगा, लेकिन जलभराव की संभावना से सतर्क रहें।
उत्तराखंड में पहाड़ों में ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ, जहाँ तेज़ बारिश और ओले पड़ने की संभावना है। मैदान में लू (धूल) का प्रकोप जारी है, इसलिए यात्रियों को सावधानी बरतनी चाहिए।
प्रकोप के समय क्या करें? आसान टिप्स
पहला कदम – आधिकारिक मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों पर नज़र रखें। अगर रेड या ऑरेंज अलर्ट जारी हो, तो बाहर निकलने से बचें।
दूसरा – घर में बहती पानी को रोकने के लिए नाली साफ़ रखें, ऊँची मंजिल पर रहें, और जरूरी दवाएँ, टॉर्च, बैटरी, साफ़ पानी की बोतलें पहले से तैयार रखें।
तीसरा – अगर आप निचले इलाकों में रहते हैं, तो जल्द से जल्द सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करने की योजना बनाएं। पड़ोसियों या स्थानीय हेल्पलाइन से मदद लें।
चौथा – स्कूल, कॉलेज और ऑफिस की बंदी की जानकारी समय पर जांचें। कुछ संस्थाएँ ऑनलाइन दूरस्थ पढ़ाई या काम की व्यवस्था कर देती हैं, इसलिए उनके निर्देशों का पालन करें।
पाँचवां – मौसमी प्रकोपों से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए साफ़ हवा में सांस लेना, महीन धूल से बचना और अगर पानी दूषित हो तो उबाल कर पिएँ।
इन सरल उपायों से आप प्रकोप के दौरान सुरक्षित रह सकते हैं। स्वर्ण समाचार पर जुड़ें, ताकि हर नवीनतम अलर्ट और रिपोर्ट तुरंत मिल सके। आपदा के समय सही जानकारी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
प्रकाशित किया गया जुल॰ 22, 2024 द्वारा Devendra Pandey
केरल में निपाह वायरस का प्रकोप फैलने के बाद राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने आश्वासन दिया है कि राज्य पूरी तरह से तैयार है। मलप्पुरम में एक 14 साल के लड़के में निपाह वायरस की पुष्टि के बाद राज्य ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। 60 उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों की पहचान की गई है और 214 संपर्कों की सूची बनाई गई है। स्कूल और बैंक बंद कर दिए गए हैं। यह केरल में निपाह वायरस का पाँचवाँ मामला है। स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य की तत्परता को रेखांकित किया है।