वाराणसी चुनाव में बड़ा उलटफेर: मोदी पीछे, अजय राय आगे
वाराणसी से मिल रहे शुरुआती रुझानों के अनुसार कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने पीएम नरेंद्र मोदी को 6,223 वोटों से पीछे छोड़ दिया है। यह खबर हैरान करने वाली है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने इस सीट पर 2019 में 4.8 लाख वोटों की भारी बढ़त से जीत हासिल की थी।
भाजपा की व्यापक प्रचार रणनीति
इस बार के चुनाव में भाजपा ने वाराणसी में व्यापक प्रचार किया था। पार्टी के प्रमुख नेता, जिनमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं, ने यहां पर कई जनसभाएं कीं। स्वयं पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड शो और जनसभाओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने तो वाराणसी के मतदाताओं को व्यक्तिगत पत्र भी भेजे थे।
इसके बावजूद अजय राय का आगे बढ़ना एक बड़ा उलटफेर माना जा रहा है। अजय राय ने कांग्रेस पार्टी की ओर से 2014 और 2019 के चुनाव में भी हिस्सा लिया था, परन्तु वे दोनों बार तीसरे स्थान पर ही रहे। 2019 के चुनाव में मोदी ने 63.62 प्रतिशत वोटों के साथ शानदार जीत हासिल की थी।
अजय राय की बढ़त का महत्व
अजय राय की इस बार की बढ़त कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने इस रुझान को 'ट्रेलर' करार दिया है। यह बड़ा बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
राय का वाराणसी में इस तरह से आगे बढ़ना कांग्रेस की नीतियों और दृष्टिकोण की जीत के रूप में देखा जा रहा है। यह रुझान यदि नतीजों में तब्दील होते हैं तो पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी के लिए यह एक गहरी चोट साबित हो सकती है।
चुनाव आयोग का समर्थन
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए इन शुरुआती रुझानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने इन नतीजों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही है, सभी राजनीतिक दलों की निगाहें वाराणसी की इस बड़ी टक्कर पर टिकी हुई हैं।
भविष्य की रणनीति
अब देखना होगा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल अपनी रणनीति को कैसे आगे बढ़ाते हैं। अजय राय की शुरुआती बढ़त के बावजूद अंतिम परिणाम आना अभी बाकी है, और राजनीतिक क्षेत्रों में उत्सुकता बनी हुई है।
यह स्थिति केवल वाराणसी की नहीं है; यह देशभर में राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर सकती है। यदि कांग्रेस यह सीट जीत जाती है, तो यह मोदी सरकार के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जाएगी।
वाराणसी की जनता का मत
वाराणसी की जनता का समर्थन किसके साथ है, यह अंतिम परिणाम बताएंगे। फिलहाल, शुरुआती रुझान कांग्रेस और अजय राय के पक्ष में हैं।
यह दिलचस्प होगा कि आगे आने वाले दिनों में इस चुनाव परिणाम का राजनीतिक भविष्य पर क्या असर होता है।
अभी सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि वाराणसी का ताज किसके सिर पर सजता है।
टिप्पणि
Ron Burgher
ये सब झूठ है। मोदी जी कभी नहीं हार सकते। ये रुझान फेक न्यूज़ हैं। कोई भी वाराणसी में उन्हें हरा नहीं सकता।
जून 5, 2024 at 02:37
kalpana chauhan
अजय राय जी की जीत का मतलब है कि लोग अब सिर्फ नाम नहीं, बल्कि वास्तविक बदलाव चाहते हैं 🙌 ये वाराणसी की नई कहानी है! जय हिन्द! 🇮🇳
जून 6, 2024 at 22:06
Prachi Doshi
अच्छा हुआ... अब तो लोगों को समझ आ रहा है कि कौन सच बोल रहा है 😊
जून 8, 2024 at 11:35
vishal singh
मोदी के खिलाफ जीत का मतलब है कि लोगों ने अब भाजपा के झूठों को समझ लिया है। ये रुझान असली है।
जून 9, 2024 at 15:59
mohit SINGH
ये सब एक बड़ा धोखा है! चुनाव आयोग को भी बदल दिया गया है! वाराणसी का ये रुझान फेक है, और तुम सब इसे बढ़ावा दे रहे हो! अजय राय के पास कोई नहीं है, बस गुमराह करने के लिए बजट है!
जून 10, 2024 at 10:32
Preyash Pandya
अजय राय आगे? हा हा हा 😂 भाई ये सब ट्रेन में बैठे लोगों ने बनाया है! मोदी के वोट अभी गिने नहीं गए! अगर ये सच हुआ तो मैं वाराणसी चला जाऊंगा और अजय राय के घर के सामने दाल भात खाऊंगा 🍛
जून 11, 2024 at 14:18
Raghav Suri
मुझे लगता है कि ये रुझान बहुत महत्वपूर्ण है। अजय राय ने बहुत मेहनत की है, और अब लोग उनकी बात सुन रहे हैं। ये सिर्फ एक चुनाव नहीं, ये एक नए तरीके की शुरुआत है। भाजपा की ताकत बड़ी है, लेकिन अब लोग अपने दिलों के साथ वोट कर रहे हैं। अगर ये ट्रेलर है, तो फिल्म का अंत बहुत दिलचस्प होगा। बस थोड़ा और इंतजार करो।
जून 12, 2024 at 05:06
Priyanka R
ये सब चुनाव आयोग के साथ गड़बड़ है। अजय राय के पास कोई नहीं है। ये रुझान बाहरी शक्तियों ने बनाया है ताकि मोदी को हराया जा सके। तुम लोग नहीं जानते कि क्या हो रहा है! 😳
जून 12, 2024 at 06:19
Rakesh Varpe
मोदी ने 2019 में बड़ी जीत हासिल की थी। अब बात बदल गई है।
जून 12, 2024 at 18:10
Girish Sarda
अगर अजय राय आगे हैं तो ये बहुत अच्छी बात है। लेकिन अभी तक का रुझान ही नहीं, अंतिम नतीजे देखने होंगे। क्या ये असली है? ये जानना जरूरी है
जून 13, 2024 at 15:31
Garv Saxena
हम जो देख रहे हैं, वो एक सिस्टम के खिलाफ एक व्यक्ति की लड़ाई है। मोदी के नाम के पीछे एक भावनात्मक बंधन है, लेकिन अजय राय ने उस बंधन को तोड़ दिया है। ये अब सिर्फ वोट नहीं, ये एक विचार की जीत है। जब एक व्यक्ति अपने आसपास के दर्द को समझता है, तो उसकी आवाज़ अपने आप जीत जाती है। भाजपा ने प्रचार किया, लेकिन अजय राय ने बात की। और लोगों ने उस बात को सुना। ये चुनाव नहीं, ये एक अंतर्ज्ञान है।
जून 14, 2024 at 14:14
Rajesh Khanna
अगर ये रुझान सच है तो ये देश के लिए बहुत अच्छी खबर है। उम्मीद है कि अंतिम नतीजा भी ऐसा ही होगा। जय हिन्द!
जून 15, 2024 at 09:12
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