वाराणसी में 6000 वोटों से पीछे मोदी, कांग्रेस के अजय राय आगे, शुरुआती रुझान दिखाते हैं
Posted on जून 4, 2024 by मेघना सिंह
वाराणसी चुनाव में बड़ा उलटफेर: मोदी पीछे, अजय राय आगे
वाराणसी से मिल रहे शुरुआती रुझानों के अनुसार कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने पीएम नरेंद्र मोदी को 6,223 वोटों से पीछे छोड़ दिया है। यह खबर हैरान करने वाली है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने इस सीट पर 2019 में 4.8 लाख वोटों की भारी बढ़त से जीत हासिल की थी।
भाजपा की व्यापक प्रचार रणनीति
इस बार के चुनाव में भाजपा ने वाराणसी में व्यापक प्रचार किया था। पार्टी के प्रमुख नेता, जिनमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हैं, ने यहां पर कई जनसभाएं कीं। स्वयं पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड शो और जनसभाओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने तो वाराणसी के मतदाताओं को व्यक्तिगत पत्र भी भेजे थे।
इसके बावजूद अजय राय का आगे बढ़ना एक बड़ा उलटफेर माना जा रहा है। अजय राय ने कांग्रेस पार्टी की ओर से 2014 और 2019 के चुनाव में भी हिस्सा लिया था, परन्तु वे दोनों बार तीसरे स्थान पर ही रहे। 2019 के चुनाव में मोदी ने 63.62 प्रतिशत वोटों के साथ शानदार जीत हासिल की थी।
अजय राय की बढ़त का महत्व
अजय राय की इस बार की बढ़त कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने इस रुझान को 'ट्रेलर' करार दिया है। यह बड़ा बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
राय का वाराणसी में इस तरह से आगे बढ़ना कांग्रेस की नीतियों और दृष्टिकोण की जीत के रूप में देखा जा रहा है। यह रुझान यदि नतीजों में तब्दील होते हैं तो पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी के लिए यह एक गहरी चोट साबित हो सकती है।
चुनाव आयोग का समर्थन
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए इन शुरुआती रुझानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने इन नतीजों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही है, सभी राजनीतिक दलों की निगाहें वाराणसी की इस बड़ी टक्कर पर टिकी हुई हैं।
भविष्य की रणनीति
अब देखना होगा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल अपनी रणनीति को कैसे आगे बढ़ाते हैं। अजय राय की शुरुआती बढ़त के बावजूद अंतिम परिणाम आना अभी बाकी है, और राजनीतिक क्षेत्रों में उत्सुकता बनी हुई है।
यह स्थिति केवल वाराणसी की नहीं है; यह देशभर में राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर सकती है। यदि कांग्रेस यह सीट जीत जाती है, तो यह मोदी सरकार के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जाएगी।
वाराणसी की जनता का मत
वाराणसी की जनता का समर्थन किसके साथ है, यह अंतिम परिणाम बताएंगे। फिलहाल, शुरुआती रुझान कांग्रेस और अजय राय के पक्ष में हैं।
यह दिलचस्प होगा कि आगे आने वाले दिनों में इस चुनाव परिणाम का राजनीतिक भविष्य पर क्या असर होता है।
अभी सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि वाराणसी का ताज किसके सिर पर सजता है।