वेस्ट इंडीज बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया 92/4 पर 82 रन की बढ़त
Posted on अक्तू॰ 11, 2025 by Devendra Pandey

जब क्रिकेट वेस्ट इंडीज ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट शुरू किया, तो दोनों तरफ़ के प्रशंसक ब्रिज़टाउन के केन्सिंग्टन ओवल में बेताब थे। 9 अक्टूबर 2025 को दोपहर के करीब खेल शुरू हुआ, और पहले दिन के अंत तक एक साफ‑सुथरा नाटकीय दृश्य बन गया।
मैच का सारांश और शुरुआती पड़ी
पहले दिन के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने 180 सभी आउट पर अपनी पहली पारी समाप्त की, जबकि वेस्ट इंडीज 190 सभी आउट पर थकते‑थकते चाय के ब्रेक के ठीक पहले टिके। इससे ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 10 रन का पहला‑इन्गिन्स लीड मिला। दोनो टीमों की रणनीति स्पष्ट थी – ऑस्ट्रेलिया को गति बनाए रखना और वेस्ट इंडीज को अपनी तेज़ पेसिंग से टॉप‑ऑर्डर को झकझोरना।
पहली पारी की झलकें
वेस्ट इंडीज की पहली पारी में शाई होप (48 रन) ने टीम को चढ़ती हुई लकीर में थामे रखा। उनका बेस्ट पैरली पजिशन और कंट्री‑साइड में क्लासिक फिफ़ा छोटे और बड़े शॉट्स ने अंत तक पूरे पिच को जलाते रहे। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग में मिचेल स्टार्क ने 3/65 के साथ टीम को हिला दिया। उनके तेज़ डिलिवरी ने कई बार दरवाजे तोड़ दिए, विशेषकर शाई के बाद के दोनों रनों में।
वेस्ट इंडीज के तेज़ बॉलर शमर जोसेफ और एल्ज़र जोसेफ ने क्रमशः 1/15 का आंकड़ा दिखाया, जिससे ऑस्ट्रेलिया की शुरुआती पारी में कुछ झटके लगे। न्यूज़18 के अनुसार, "फ़ायर‑इफ़ेक्ट" वाली पेसिंग ने ऑस्ट्रेलिया की टॉप‑ऑर्डर को असहज कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया के दूसरे इन्गिन्स की स्थिति
पहली पारी के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने तुरंत ही अपनी दूसरी पारी शुरू की। शाम 6 बजे के करीब, टीम ने ऑस्ट्रेलिया 92/4 पर पहुँच गई, जिससे कुल अंतर 82 रन बन गया। इस समय ब्यॉ वेबस्टर 19* अनबिनर पर थे, जबकि ट्रैविस हेड 13 पर थे। दोनों पारियों के बीच एक तड़के भरी नज़र रखने वाली लड़ाई चल रही थी, जहाँ दोनों पक्ष अपने‑अपने लीड को खोने की हिचकियों में डूबे थे।
ऑस्ट्रेलिया की ऑफ़‑स्पिनर नाथन लियन ने पहले पारी में अपना पहला विकेट लिया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि वह किस बल्लेबाज को हटाया। इस बीच, वेस्ट इंडीज की फील्डिंग में जस्टिन ग्रिव्स की कड़ी मेहनत ने मिड‑विकेट को सुरक्षित रख दिया।
द्विपक्षीय प्रतिक्रियाएँ और रणनीतियाँ
डेज़ दो के बाद, दोनों कोचों ने अपनी‑अपनी टीमें को पुनः व्यवस्थित किया। वेस्ट इंडीज के कोच ने कहा, "हमारी तेज़ पेसिंग हमें आज़ादी देगी अगर हम लगातार 6 विकेट जल्द ले सकें।" वहीं, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैटी स्मिथ ने अपने टीम को चेतावनी दी कि "वेस्ट इंडीज की फॉर्मidable पेसिंग हमें अभी और ध्यान से खेलना पड़ेगा।"
ट्रैविस हेड ने इंटरव्यू में बताया कि उनका फोकस "संचालन को स्थिर रखना और पैर में मन की शांति बनाये रखना" है। ब्यॉ वेबस्टर ने भी कहा कि "यदि हम जल्दी पैरियों में फजूलखर्ची नहीं करेंगे तो हमें एक भरोसेमंद लक्ष्य मिल सकता है।"
आगे का रास्ता और संभावित परिणाम
मैच का तीसरा दिन, यानी 10 अक्टूबर 2025, अक्सर decisive माना जाता है। वेस्ट इंडीज को अभी छः और ऑस्ट्रेलिया के विकेट चाहिए, जबकि ऑस्ट्रेलिया को कम से कम 250‑300 रन का लक्ष्य बनाकर जीत के लिए दबाव बनाना होगा। अगर वेस्ट इंडीज जल्द‑से‑जल्द "फ़ायर‑इफ़ेक्ट" को दोहराते हैं, तो वे 3‑दिन में परिणाम पाने की संभावना बढ़ा सकते हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया की वैरायटी—स्पिन, पेसिंग और बॉलिंग सेंडर—उन्हें हमेशा एक उलझन में डाल देती है।
इतिहास दिखाता है कि वेस्ट इंडीज ने 1970‑80 के दशक में तेज़ पेसिंग से कई बार तेज़ी से जीत हासिल की थी। इस बार भी यदि वे पहला टेस्टकेन्सिंग्टन ओवल में अपने बॉलर्स को ठोस बना पाएँ, तो संभावनाएँ उनके पक्ष में झुक जाएँगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
वेस्ट इंडीज को इस पिच पर कौन‑सी गेंदबाजी शैली सबसे अधिक फायदा देगी?
केन्सिंग्टन ओवल की पिच आमतौर पर तेज़ बॉलर के लिए सुगम रहती है, खासकर शुरुआती ओवर में जब मार्बल‑फ्लैट में थोड़ा नमी होती है। इसलिए शमर और एल्ज़र जोसेफ जैसी तेज़ पेसिंग वाले बॉलर्स को यहाँ अधिक स्विंग और बाउंस मिल सकता है, जो ऑस्ट्रेलिया की टॉप‑ऑर्डर को परेशान कर सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक सबसे बड़ा जोखिम क्या है?
बात यह है कि यदि वेस्ट इंडीज जल्द‑से‑जल्द पाँच विकेट गिरा दे, तो ऑस्ट्रेलिया को 250‑300 रन का लक्ष्य बनाकर ही सुरक्षित रहना पड़ेगा। इस स्थिति में मध्य‑अवस्था में बैट्समैन जैसे ट्रैविस हेड और बिली को निरंतर स्थिरता बनाए रखनी होगी, नहीं तो उनका डिफ़ेन्सी प्लान भंग हो सकता है।
क्या इस टेस्ट सीरीज़ में कोई रिकॉर्ड टूट सकता है?
यदि वेस्ट इंडीज तीन दिन में जीत हासिल कर लेता है, तो यह 2025‑26 की पहली टेस्ट में तीन‑दिन में तय हुई जीत होगी, जो पिछले दो दशकों में बहुत कम हुआ है। इसी तरह अगर ऑस्ट्रेलिया सभी पाँच टेस्टों को 2‑1 या 3‑0 से जीतता है, तो उनकी अंतर‑महाद्वीपीय जीतनौ-रन में नया मापदण्ड स्थापित होगा।
ट्रैविस हेड और शाई होप के बीच मुकाबला कैसे देखा गया?
दोनों खिलाड़ियों ने अपनी‑अपनी पारी में जलती हुई ऊर्जा दिखाई। शाई का 48‑रन का चमकीला प्रर्दशन वेस्ट इंडीज को शुरुआती भरोसा दिलाया, जबकि हेड का 13‑रन (अभी तक) उनके पृष्ठभूमि में स्थिरता और रणनीतिक सोच को दर्शाता है। दोनों के बीच का मुकाबला इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन किस मोड़ पर भरोसेमंद होते हैं।
अगले दिन कौन‑से प्रमुख सत्र (session) का इंतज़ार है?
दूसरी सत्र में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को तेज़ बॉलिंग का सामना करना पड़ेगा, जबकि वेस्ट इंडीज को मध्य‑ओवर में स्पिनर नाथन लियन की वैरायटी का ध्यान रखना होगा। रात्रि सत्र में दोनों टीमों को फील्डिंग और रन‑ड्रेन की क्षमता दिखानी पड़ेगी, इसलिए यह सत्र ‘टेस्ट ऑफ़ नर्व’ कहलाएगा।
टिप्पणि
kuldeep singh
वाह भाई, ये पिच सीधे देसी पेसिंग के लिए बनाई गई लगती है. वेस्ट इंडीज़ के जोसेफ भाई आज बिनु कंफर्ट के सीधे आक्रमण कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया को जल्दी से विकेट गिराने की जरूरत साफ़ है.
अक्तूबर 11, 2025 at 00:03