विंबलडन 2025: कार्लोस अलकाराज़ ने टेलर फ्रीट को हराकर लगातार तीसरा फाइनल सुपर चेंज किया

26सितंबर

Posted on सित॰ 26, 2025 by Devendra Pandey

विंबलडन 2025: कार्लोस अलकाराज़ ने टेलर फ्रीट को हराकर लगातार तीसरा फाइनल सुपर चेंज किया

सेमीफाइनल मैच की दास्तां

विंबलडन के सेंटर कोर्ट पर धूप चमक रही थी, और भीड़ बंधी हुई थी जब कार्लोस अलकाराज़ ने टेलर फ्रीट का सामना किया। पहला सेट अलकाराज़ ने 6-4 से ले लिया, क्योंकि उसकी पहले सर्व का पॉइंट जीतने का प्रतिशत 88% था। फ्रीट ने दूसरे सेट में थोडा रुक कर 7-5 से जवाब दिया, इस दौरान उसने अलकाराज़ की थोड़ी झटके को पकड़ा।

तीसरे सेट में स्पेनिश चैंपियन ने अपना किक‑ऑफ दिखाया। उसकी बासलाइन पावर और तेज़ 117 mph की सेकंड सर्व ने फ्रीट को लगातार दबाव में रखा और वह 6-3 से सेट जीत गया।

चौथा सेट सबसे नाटकीय रहा। दोनों खिलाड़ी बारी‑बारी से पॉइंट्स ले रहे थे, और टाई‑ब्रेक तक पहुँचा। फ्रीट ने 6-4 से दो सेट‑पॉइंट बना लिए, पर अलकाराज़ ने शांति से दो पॉइंट बचाए और फिर लगातार चार पॉइंट ले कर टाई‑ब्रेक 8-6 से जिता। इस जीत ने उसे फ़ाइनल में जगह दिला दी।

  • मैच समय: 2 घंटे 48 मिनट
  • सेट स्कोर: 6-4, 5-7, 6-3, 7-6(6)
  • पहले सर्व पर जीत: अलकाराज़ 88%, फ्रीट 84%
  • सर्व की तेज़ी: अलकाराज़ की सेकंड सर्व 117 mph तक पहुंची

खेल के बाद अलकाराज़ ने कहा, "टेलर जैसा खिलाड़ी से खेलना हमेशा कड़ी लड़ाई होती है। आज का मौसम भी बहुत गर्म था, लेकिन मैं अपने खेल पर भरोसा करके शांत रह सका।" फ्रीट ने भी कहा कि उसने पूरे मैच में अपना सर्वसत्तात्मक खेल दिखाया और "सेमीफाइनल में पहुँचना ही एक बड़ी जीत है"।

फाइनल की संभावनाएँ और इतिहास का मोड़

फाइनल की संभावनाएँ और इतिहास का मोड़

अब अलकाराज़ को केवल एक और जीत की जरूरत है जिससे वह सिर्फ़ पाँच ही नहीं, बल्कि इतिहास के पाँच ऐसे खिलाड़ियों में शामिल हो जाएगा जिन्होंने लगातार तीन विंबलडन टाइटल अपने नाम किए हैं। इसका मतलब होगा कि वह अब छहवें ग्रैंड स्लैम फाइनल में खेलेगा, एक शानदार रिकॉर्ड बनाते हुए।

विरुद्ध पक्ष में अभी तक तय नहीं हुआ है कि वह किससे टकराएगा – यह बाकी सेमीफाइनल का नतीजा तय करेगा। लेकिन चाहे जो भी हो, अलकाराज़ की जीत की दिशा स्पष्ट है, और वह आज के मैच में दिखाए गए दृढ़ता और मानसिकता से साबित कर चुका है कि वह इस टाइटल को दोहराने के लिए पूरी तरह तैयार है।

विंबलडन 2025 का यह सेमीफाइनल न केवल दो युवा खिलाड़ियों की लड़ाई थी, बल्कि टेनिस के इतिहास में एक नया अध्याय लिखने का अवसर भी था। अगर अलकाराज़ जीतता है, तो वह इस ग्राउंड पर अपना तीसरा लगातार खिताब लेकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम रोशन करेगा।

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