आत्महत्या से बचाव: संकेत, कारण और तुरंत मदद कैसे लें
अगर आप या आपका कोई जानने वाला निराश महसूस कर रहा है, तो यह जरूरी है कि आप जल्दी से जल्दी सही कदम उठाएँ। आत्महत्या अक्सर अचानक नहीं होती, उसके पहले कई छोटे‑छोटे संकेत दिखते हैं। इन संकेतों को पहचानना और सही मदद ढूँढना जीवन बचा सकता है। नीचे हम सरल भाषा में बताते हैं कि कौन‑से संकेत देखना चाहिए और कब, कैसे मदद लेनी चाहिए।
आत्महत्या के चेतावनी संकेत
सबसे आम संकेत हैं अचानक उदासियों में गहराना, नींद न आना या बहुत ज्यादा सो जाना, और जीवन में कोई आशा न दिखना। कई बार लोग अचानक सामाजिक संपर्क तोड़ लेते हैं, पुरानी दोस्ती या रिश्ते कम कर देते हैं, और "सब कुछ समाप्त" जैसा संदेश छोड़ते हैं। यदि कोई लगातार खुद को दुःख में घिरते देखे, तो यह एक बड़ा लाल झंडा है।
कभी‑कभी लोग अपने भविष्य के बारे में नकारात्मक बातें बार‑बार दोहराते हैं, जैसे "मैं कुछ नहीं हूँ" या "मेरी ज़िन्दगी बेकार है"। अगर कोई अचानक बड़े पैमाने पर पैसे निकालता है, बेवकूफी से सामान बेचता है, या महत्वपूर्ण काग़ज़ात (जैसे पासपोर्ट) संभाल कर रखता है, तो यह भी तैयारी का संकेत हो सकता है। इन संकेतों को हल्के में न लेना चाहिए—इनका मतलब है कि व्यक्ति मदद की अपेक्षा कर रहा है, बस उसे सही दिशा नहीं मिल रही।
कब और कैसे मदद लें
यदि आप उपरोक्त संकेतों को देख रहे हैं, तो तुरंत भरोसेमंद व्यक्ति से बात करें—परिवार, दोस्त या कोई वरिष्ठ। कई बार सिर्फ सुनना ही काफी मदद कर देता है, क्योंकि व्यक्ति जानता है कि कोई उसकी गहरी बातों को समझ रहा है। अगर सामने वाले को लगता है कि स्थिति गंभीर है, तो राष्ट्रीय हेल्पलाइन 915298782 (टोल‑फ्री) पर कॉल करें या नजदीकी अस्पताल के मनोवैज्ञानिक विभाग में जाएँ।
इंटरनेट पर भी कई भरोसेमंद साइडे हैं जहाँ चैट सपोर्ट 24×7 उपलब्ध है। आप तुरंत "सहायता" टाइप करके चैट खोल सकते हैं, और एक प्रशिक्षित सलाहकार आपकी बात सुन कर उचित सलाह देगा। याद रखें, मदद मांगना कमजोरी नहीं बल्कि ताकत है।
आत्महत्या की रोकथाम में छोटे‑छोटे कदम भी असरदार होते हैं। नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, और संतुलित भोजन मन को स्वस्थ रखता है। अगर आप देखते हैं कि आपका दोस्त या परिवार के सदस्य सामाजिक कार्यक्रमों से दूर हो रहा है, तो उसे धीरे‑धीरे फिर से बाहर ले जाने की कोशिश करें।
स्वर्ण समाचार पर अक्सर विभिन्न विषयों की ताजा खबरें आती हैं, लेकिन इस टैग पेज पर हम विशेष रूप से आत्महत्या से जुड़ी जानकारी, चेतावनी संकेत और मदद के साधन पर ध्यान देते हैं। यहाँ आप न केवल नवीनतम मानसिक‑स्वास्थ्य समाचार देखेंगे, बल्कि आसान‑समझ वाले लेख भी पढ़ सकेंगे जो जीवन को फिर से सकारात्मक दिशा में ले जाने में मदद करेंगे।
आखिर में, याद रखें कि किसी भी कठिनाई को साथ मिलकर हल किया जा सकता है। अगर आप या आपके आस‑पास कोई व्यक्ति संकट में है, तो तुरंत कदम उठाएँ—क्योंकि समय पर उठाया गया छोटा कदम बड़ी राहत बन सकता है।
कन्नड़ फिल्म निर्माता गुरु प्रसाद की बेंगलुरु में आत्महत्या, अपार्टमेंट में दिनों बाद मिला शव
प्रकाशित किया गया नव॰ 3, 2024 द्वारा Devendra Pandey
कन्नड़ फिल्म निर्माता गुरु प्रसाद के निधन से उद्योग में शोक की लहर है। 52 वर्षीय निर्देशक का शव बेंगलुरु स्थित उनके अपार्टमेंट में मिला। आर्थिक समस्याओं के चलते उनके आत्महत्या करने की बात सामने आई है। उनकी फिल्म 'अदेमा' निर्माणाधीन थी। हाल ही में शादी करने वाले गुरु प्रसाद आर्थिक दबावों का सामना कर रहे थे। पुलिस घटना की जाँच कर रही है।