हीटवेव क्या है और इसे कैसे सुरक्षित रहें?
गर्मियों में जब तापमान लगातार 40°C से ऊपर जाता है, तो उसे हीटवेव कहा जाता है। इधर‑उधर के मौसम विभाग के अलर्ट से पता चलता है कि कौन‑से क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। भारत में अक्सर राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली‑एनसीआर और उत्तर प्रदेश में हीटवेव देखी जाती है। अगर आप इन जगहों में रहते हैं या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो पहले से तैयारी करना जरूरी है।
हीटवेव अलर्ट कैसे पढ़ें?
इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) द्वारा जारी किए गए अलर्ट में तीन स्तर होते हैं – येलो (सावधानी), ऑरेंज (सतर्कता) और रेड (भयानक)। येलो अलर्ट का मतलब है गर्मी का प्राबले बढ़ रहा है, ऑरेंज में जल शोधन, हाईड्रेशन और बाहर देर रात तक रहने की सलाह दी जाती है, और रेड में तुरंत घर में ही रहना चाहिए। recent Delhi मौसम अपडेट में येलो अलर्ट जारी किया गया था, जिससे लोगों को सावधानी बरतने का संदेश मिला।
हीटवेव में क्या करें? आसान टिप्स
1. **पानी ज्यादा पीएँ** – रोज़ कम से कम 2‑3 लीटर पानी पिएँ, चाहे आप थकान महसूस न करें। फलों का रस या नारियल पानी भी मदद करता है।
2. **भारी कपड़े और धूप से बचें** – हल्के, ढीले कपड़े पहनें और दोपहर 11‑वेजे से 3 बजे तक बाहर जाने से बचें। अगर बाहर जाना पड़े, तो टोपी और सनग्लासेज़ पहनें।
3. **घर को ठंडा रखें** – खिड़कियों पर परदों या ब्लाइंड्स लगाएँ, पंखे या एसी का समझदारी से उपयोग करें। रात में खिड़कियां खोल कर ठंडी हवा अंदर आने दें।
4. **खाद्य सावधानी** – गर्मी में खाने को जल्दी खराब हो सकता है, इसलिए ताज़ा सब्ज़ियां और फलों को सही समय पर खाएँ। दही, छाछ और लस्सी जैसे ठंडे पेय हाइड्रेशन बढ़ाते हैं।
5. **बच्चों और बुज़ुर्गों पर खास ध्यान** – वे हीटवेव से अधिक प्रभावित होते हैं। उन्हें लगातार पानी दें और यदि बुखार या चक्कर आए तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
उत्तरी भारत में हाल ही में कई इलाकों में जलस्तर बढ़ने और डेम ओवरफ़्लो की चेतावनी भी निकाली गई है, इसलिए यदि आप नदियों या डैम के पास रहते हैं तो फुर्सत में निकालने के विकल्प रखें। राजस्थान में भारी बारिश के साथ हीटवेव का मिश्रण देखना अनोखा है, इसलिए स्थानीय प्रशासन की सलाह मानना बेहतर रहता है।
समय‑सही सूचना के लिए हम नियमित रूप से स्वर्ण समाचार पर अद्यतन समाचार और अलर्ट अपडेट करते रहते हैं। अगर आप अपने मोबाइल पर रीयल‑टाइम अलर्ट चाहते हैं, तो हमारा न्यूज़लेटर या एपीआई प्रेफ़रेंस सेट कर सकते हैं। याद रखें, हीटवेव में स्वस्थ रहना सिर्फ पानी पीने तक सीमित नहीं, बल्कि सही खान‑पान, सही कपड़े और सही समय पर बाहर निकलने से भी जुड़ा है।
अंत में, हीटवेव को सिर्फ मौसम की समस्या नहीं, बल्कि एक सामाजिक चुनौती मानें। अगर आप अपने पड़ोसियों को भी चेतावनी और टिप्स शेयर करेंगे, तो सामुदायिक स्तर पर सुरक्षा का माहौल बन जाएगा। स्वस्थ रहें, ठंडे रहें, और गर्मी को आसानी से पार करें।
फरीदाबाद बारिश: दोपहर की तेज बौछारों से गर्मी टूटी, अगले 3-4 दिन रहेगा मॉनसून का असर
प्रकाशित किया गया अग॰ 25, 2025 द्वारा Devendra Pandey
फरीदाबाद में शनिवार दोपहर हुई तेज बारिश से हीटवेव से राहत मिली। कांवरा में 4.3 मिमी बारिश दर्ज हुई, अधिकतम तापमान 36°C से घटकर 33.6°C रहा और नमी 71% तक पहुंची। सेक्टर 15A और ओल्ड फरीदाबाद जैसे निचले इलाकों में जलभराव से ट्रैफिक प्रभावित हुआ। आईएमडी ने 3-4 दिन तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान दिया है। शहर का Climate Change Severity Score 62/100 (बहुत उच्च) दर्ज है।