जियोर्जिया मेलोनी – इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री
इटली में हाल ही में एक बड़ी खबर आई – जियोर्जिया मेलोनी सरकार की बुनियाद रख कर प्रधानमंत्री बनीं। अगर आप राजनीति में रुचि रखते हैं तो उनका नाम सुनते ही दिमाग में कई सवाल आ जाते हैं: वह किस तरह के विचारों को आगे ले जाती हैं? उनका कड़ा रिवाज़ या फिर मध्यम विचार? चलिए, इस लेख में हम बारीकी से देखते हैं कि मेलोनी का सफर कैसे शुरू हुआ और अब वह इटली को किस दिशा में ले जा रही हैं।
जियोर्जिया मेलोनी का शुरुआती जीवन और राजनीति में प्रवेश
मेलोनी का जन्म 15 जनवरी 1977 को रोम में हुआ था। उनका परिवार राजनीतिक माहौल से घिरा था – पिता जियोर्जियो मेलोनी एक जानी-मानी राजनेता थे। बचपन से ही घर में राजनीति की बातें सुनते रहते थे, इसलिए राजनीति के प्रति उनकी दिलचस्पी जल्दी ही बढ़ गई। उन्होंने अपने शुरुआती पढ़ाई में सामाजिक विज्ञान को चुना और बाद में रोमन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में डिग्री ली।
भाई-बहन के साथ राजनीति में कदम रखने का फैसला उन्होंने 1998 में किया, जब उन्होंने एक स्थानीय पार्टी में सदस्यता ली। पहली बार संसद में चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने कई छोटे-मोटे चुनावों में भाग लिया, जिससे उन्हें धरती की गंध और जनता की समस्याओं का पैमाना समझ आया। 2008 में वो फ्रैटरली पार्टी की राष्ट्रीय सचिव बनीं और जल्द ही पार्टी की प्रमुख आवाज़ बन गईं।
मुख्य नीतियों और अंतरराष्ट्रीय रुख
प्रधानमंत्री बनते ही मेलोनी ने कुछ प्रमुख नीतियों पर बल दिया। आर्थिक तौर पर उन्होंने छोटे और मध्यम उद्यमों को समर्थन देने के लिए कर में छूट दी। इसके साथ ही उन्होंने इटली के सार्वजनिक खर्च को कम करने की योजना भी पेश की, जिससे बजट घाटा घटाने में मदद मिल सके। शिक्षा क्षेत्र में नई डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म की शुरुआत की, जिससे ग्रामीण इलाकों में भी ऑनलाइन पढ़ाई आसान हो गई।
विदेश नीति पर बात करें तो मेलोनी का रुख साफ़ है – यूरोपीय संघ के साथ सहयोग को आगे बढ़ाते हुए चाहिए उनका राष्ट्रीय हित। उन्होंने ब्रीक्सिट के बाद यूरोपीय साझेदारियों को मजबूत करने की बात कही। साथ ही, मध्यपूर्व में शांति प्रयासों में इटली की भूमिका बढ़ाने के लिए उन्होंने नई पहलें शुरू कीं।
विवादों की बात छोड़ें तो उनका वक्तव्य कभी‑कभी तीखा हो जाता है। उन्होंने कई बार इमिग्रेशन को लेकर कड़े कदमों की मांग की, जिससे कुछ लोग उन्हें आलोचना भी करते हैं। फिर भी उनके समर्थक मानते हैं कि ये कदम देश की सुरक्षा और सामाजिक एकता के लिए ज़रूरी हैं।
अगर आप इटली में रहते हैं या इटालियन राजनीति में दिलचस्पी रखते हैं, तो मेलोनी की नीति और उनके निर्णयों को समझना जरूरी है। उनका नेतृत्व इटली को नई दिशा देने का वादा करता है, पर साथ ही यह भी देखना है कि यह बदलाव किस गति से और कितनी स्थिरता से आगे बढ़ता है।
सारांश में, जियोर्जिया मेलोनी एक तेज़-तर्रार, विचारशील और कभी‑कभी विवादास्पद नेता हैं। उनके फैसले इटली के भविष्य पर गहरा असर डालेंगे, चाहे वह अर्थव्यवस्था हो, शिक्षा हो या विदेश नीति। आप अपने दैनिक जीवन में चाहे राजनीति के बारे में अधिक न जानें, मगर यह समझना ज़रूरी है कि ये फैसले आपके कर, नौकरी और देश के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को कैसे प्रभावित करेंगे।
प्रकाशित किया गया जून 16, 2024 द्वारा Devendra Pandey
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच तनावपूर्ण आदान-प्रदान दिखाया गया है। यह वीडियो G7 शिखर सम्मेलन के दौरान गर्भपात अधिकारों पर विवाद के बाद का है।