महाकुंभ मेला 2025: पूरी जानकारी और आसान टिप्स

अगर आप गंगा के किनारे एक बार फिर भीड़-भाड़ वाला महाकुंभ देखना चाहते हैं, तो 2025 का मेला आपका इंतज़ार कर रहा है। इस लेख में हम वही सब कुछ बताएँगे जो आपको चाहिए – तिथियां, मुख्य कार्य‑क्रम, कैसे पहुंचें, कहाँ ठहरें और सतर्कता के उपाय। बिना झंझट के योजना बनाना चाहते हैं? पढ़ते जाइए।

मेला कब, कहाँ और क्या खास है?

महाकुंभ हर बार गंगा के चार प्रमुख तट‑स्थलों – प्रयागराज, हरिद्वार, उन्नाव और कहलसा पर होते हैं। 2025 में दो मुख्य तिथियां तय हैं:

  • प्रयागराज (अशोकनाथ): 6‑14 जनवरी
  • हरिद्वार (बिंदु): 28‑31 जनवरी

इन दिनों में सवर्नासर (सात दिन) जल स्नान, शनि‑गुरु यज्ञ, शिव‑अष्ठमी जैसे बड़े‑बड़े कार्यक्रम होते हैं। खास बात यह है कि हर साल की तरह इस बार भी राज्य सरकार ने यात्रियों के लिए दर्शनीय स्थल पर साइड‑लाइन पानी की व्यवस्था और मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स लगवाए हैं।

यात्रा – कौन‑सी ट्रेन, बस या हवाई मार्ग?

राज्य के भीतर ट्रेनों का चयन सबसे आसान है। प्रयागराज के लिए कुशल Express (कुशल) और शिवधाम ग्रुप (डाक) अच्छे विकल्प हैं। हरिद्वार पहुंचने के लिए दिल्ली से लखनऊ‑हरिद्वार सैक्रिफ़िस़ की रूट पर बसें अक्सर चलती हैं। अगर हवाई अड्डा पास में है, तो दिल्ली‑कोटा (मैत्री) या लखनऊ‑देहरादून (पायलट) उड़ानों से सीधे पहुंचा जा सकता है, फिर टैक्सी या स्थानीय बस से आगे।

टिकट बुकिंग को आखिरी मिनट तक न छोड़ें – महाकुंभ के दौरान हवाईजहाज़ और ट्रेनों की कीमतें तेज़ी से बढ़ जाती हैं। ऑनलाइन एपीआई के ज़रिए रिटर्न टिकट, स्लीपर क्लास या एसी कोच चुनें, और न्यूनतम 2‑3 दिन पहले अपना बुकिंग कन्फर्म कर लें।

स्थानीय टूर ऑपरेटर्स अक्सर ‘सहज यात्रा पैकेज’ बनाते हैं जिसमें ग्रुप बस, होटल, और गाइड शामिल होते हैं। अगर आप अकेले यात्रा कर रहे हैं, तो सस्ते गेस्टहाउस या शौचालय वाले पवित्र जगहों के पास शीघ्र ही बुकिंग कर सकते हैं।

सुरक्षा की दिक्कत न हो, इसके लिए कुछ सरल नियम याद रखें:

  • भीड़ में अपने सामान को हमेशा बगल में रखें, खासकर पर्स और मोबाइल।
  • ड्रेस को आरामदायक रखें – हल्का कपड़ा, ढीला शॉर्ट्स या साड़ी उचित हैं।
  • सूर्य की रोशनी में सनस्क्रीन और टोपी ज़रूर रखें।
  • पानी की बोतल हमेशा साथ रखें, क्योंकि स्टैंड‑अप वाटर पॉइंट्स कभी‑कभी बंद रह सकते हैं।

इन छोटे‑छोटे कदमों से आपका महाकुंभ अनुभव सुरक्षित और आनंददायक रहेगा।

कुल मिलाकर, महाकुंब 2025 गंगा के किनारे एक यादगार यात्रा का मौका देता है। तिथियों को नोट कर लें, यात्रा की तैयारी जल्दी शुरू करें और अपने धर्मिक मन को शांति से भरें। स्वर्ण समाचार पर हमेशा अपडेट रहें – हम हर दिन नई खबरें लाते हैं।

14जन॰

स्वर्गीय ऐप्पल सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लौरीन पॉवेल जॉब्स ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पुण्य स्नान किया। उन्हें शिवलिंग को छूने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि परंपरागत रूप से यह सुविधा केवल हिंदुओं के लिए होती है। आध्यात्मिक नेता स्वामी कैलाशानंद गिरी ने परंपरा के महत्व को समझाया। महाकुंभ मेला 2025 में 45 करोड़ श्रद्धालुओं की भागीदारी की संभावना है।