मिचेल स्टार्क – ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ की पूरी जानकारी
अगर आप क्रिकेट के फ़ैन हैं तो मिचेल स्टार्क का नाम आपके दिमाग में ज़्यादा देर तक रहेगा। वह ऑस्ट्रेलिया की टीम में प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ है और अपने रफ़्तार भरे एंटी‑स्पिन से बल्लेबाज़ों को परेशान करता है। इस लेख में हम उसके करियर, हाल के मैचों में दिखाए गए आंकड़े और आगे की संभावनाओं को आसान भाषा में बताएँगे।
करियर के प्रमुख मोड़
स्टार्क ने 2010 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। शुरुआती समय में उसकी रफ़्तार बहुत असरदार थी, इसलिए जल्दी ही वह 50 ट्रिकियों (विकेट) से अधिक ले लेता है। 2015 वर्ल्ड कप में उसकी 4‑विकेट की पिचिंग ने ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने में मदद की। उसके बाद 2019 के ऐशेज़ में वह लगातार दो महाद्वीपीय फ़ॉर्मेट्स में 7‑विकेट की ताकत दिखा चुका है।
एलटीटी में वह कई बार सूपर ओवर और पावरप्लेज़ में चमकता रहा। दुबई में हुए T20 मैच में 4‑विकेट की स्पाइडर डिलिवरी ने उसे सीजन के ‘प्लेयर्स ऑफ द मैच’ में डाल दिया। इस तरह के प्रदर्शन ने उसे कई लीगों में जगह दिलाई, खासकर IPL में जहाँ कई टीमें उसे टैबल पर रखना चाहती थीं।
भविष्य की संभावनाएँ और IPL में भूमिका
अब बात करते हैं भविष्य की। स्टार्क की उम्र अभी 30 से भी कम है, इसलिए वह आगे कई साल तक फॉर्म में रह सकता है। उसकी मुख्य ताकत तेज़ डिलीवरी और बाउंस पैदा करने वाली रेंज है, जिससे बेज़ी स्कोरिंग वाले बल्लेबाज़ अक्सर हिचकी लेते हैं। अगर वह अपनी फिटनेस बनाए रखे तो 2026 तक भी वह ऑस्ट्रेलिया की मुख्य लाइन‑अप में रहेगा।
IPL में उसकी भूमिका लेकर बहस चलती रहती है। कई टीमों ने कहा है कि वह पिच के किस हिस्से पर उछाल देता है, उसे समझकर राउंड‑ऑफ़ को सिग्निफ़िकेंट बना सकता है। अगर वह मुंबई इंडियंस या चेन्नई सुपर किंग्स जैसे बड़े क्लब में जगह पाता है तो उसके पास विविध परिस्थितियों में खेलने का अनुभव और भी बढ़ेगा।
तो, अगर आप मिचेल स्टार्क के फैन हैं या सिर्फ उसकी खेल शैली को समझना चाहते हैं, तो ये बात याद रखें – उसकी रफ़्तार, सटीक लाइन और बाउंस पैदा करने की क्षमता ही उसे खास बनाती है। अगली बार जब आप किसी ऑस्ट्रेलिया मैच को देखें, तो ध्यान दें कि वह कैसे बॉल को स्विंग कर रहा है और कब वह बॉल को हिट करने वाले बल्लेबाज़ों को हिला कर रख देता है। यही वह रोमांच है जो स्टार्क के फैंस को हमेशा वापस लाता रहता है।
यशस्वी जायसवाल की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ संघर्ष की कहानी: तीसरे टेस्ट में एक और चोट
प्रकाशित किया गया दिस॰ 16, 2024 द्वारा Devendra Pandey
भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने गाबा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन की शुरुआत में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का सामना किया। वार्म-अप के दौरान, जायसवाल का एक थ्रो-डाउन ऑस्ट्रेलियाई हडल में जा लगा, जिससे एक कैमरामैन चोटिल हो गया। जायसवाल ने मिचेल स्टार्क की गति का सामना करने में असफलता के चलते अपनी पारी की शुरुआत में ही विकेट गंवाया। उनकी यह संघर्ष भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय बन रहा है।