मॉनसून खबरें – भारत में बारिश अलर्ट, अपडेट और सुरक्षित रहने के टिप्स

मॉनसून का मौसम कभी भी अचानक गहराई ले सकता है। मुंबई‑ठाणे से लेकर राजस्थान तक, कई राज्य में रेड या येलो अलर्ट जारी हो चुके हैं। इस टैग पेज पर हम सबसे ताज़ा अलर्ट, स्थानीय सलाह और रोज़मर्रा के उपयोगी टिप्स को एक ही जगह लाते हैं, ताकि आप मौसम के साथ बेहतर ढंग से निपट सकें।

ताज़ा मॉन्सून अलर्ट

आज सुबह मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में रेड अलर्ट लगा है। स्कूल‑कॉलेज बंद, ट्रेनों और फ्लाइट्स में देरी की संभावना है। राजस्थान में भी चार जिलों में रेड अलर्ट जारी, 260 से ज्यादा डेम ओवरफ्लो हो रहे हैं। दिल्ली‑एनसीआर में येलो अलर्ट आया है, हल्की‑मध्यम बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी है। उत्तराखंड में पहाड़ी हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी, जबकि मैदानों में लू का खतरा है। इन सभी अलर्ट्स को नजरअंदाज़ न करें; स्थानीय प्रशासन की सलाह मानें।

बारिश के समय सुरक्षित रहने के आसान उपाय

बारिश के मौसम में घर से बाहर निकलना अक्सर जोखिम भरा हो सकता है। सबसे पहला कदम – मौसम विभाग के अलर्ट को फॉलो करें, और अगर रेड अलर्ट हो तो घर से बाहर न निकलें। अगर बाहर जाना ज़रूरी हो, तो गीले रास्तों पर तेज़ गति से चलने से बचें, क्योंकि गिरते पावर‑लाइन या जलस्तर बढ़ने से दुर्घटना की संभावना बढ़ती है।

बिजली की तारें और सड़कों के गड्ढे अक्सर बारिश में खतरनाक बन जाते हैं। इसलिए, पंखा या एसी की बजाय पंखा‑साइडर या पोर्टेबल रिफ्रेशर का इस्तेमाल करें, और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को हमेशा सूखा रखें। घर में जलरोक के उपाय—जैसे दरवाजे‑खिड़कियों के नीचे रोलर बॉल्स लगाना—बाढ़ से बचाव में मदद करेंगे।

यदि आपके इलाके में जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है, तो ऊंचे स्थान पर या दूसरे परिवार के घर में शिफ्ट होने की योजना बनाएं। आपातकालीन किट में टॉर्च, बैटरी, कपड़े, स्नैक्स और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री रखें। ये चीज़ें अचानक कटऑफ या कट्टर बारिश के समय काम आती हैं।

ड्राइवरों के लिए एक छोटा सुझाव: बारिश में ब्रेकिंग दूरी दो गुनी रखें और तेज़ मोड़ से बचें। अगर आपके वाहन में एंटी‑लॉकर ब्रेक (ABS) नहीं है, तो हल्के‑हल्के ब्रेक मारें, इससे लॉक‑अप कम होगा।

कृषि से जुड़े लोगों के लिए, फसल की बचाव योजना बनाना जरूरी है। यदि आप जल‑रोधी फसलों की बुआई कर रहे हैं, तो पहले से ही ड्रेनेज सिस्टम की जांच कर लें। अगर डेम ओवरफ्लो का खतरा है, तो स्थानीय अधिकारी से फसल की बीमा के बारे में जानकारी लें।

अंत में, अगर आप सोशल मीडिया पर मॉन्सून अपडेट फॉलो कर रहे हैं, तो फेक न्यूज़ और अफवाहों से बचें। सिर्फ आधिकारिक स्रोत—इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) या राज्य के मौसम विभाग—की जानकारी पर भरोसा करें। इससे आप सही समय पर सही कदम उठा सकेंगे।

स्वर्ण समाचार पर आप हर दिन के मॉन्सून अलर्ट, प्रभाव, और सुरक्षित रहने के सुझाव पा सकते हैं। हमारे लेख पढ़ें, शेयर करें और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।

25अग॰

फरीदाबाद में शनिवार दोपहर हुई तेज बारिश से हीटवेव से राहत मिली। कांवरा में 4.3 मिमी बारिश दर्ज हुई, अधिकतम तापमान 36°C से घटकर 33.6°C रहा और नमी 71% तक पहुंची। सेक्टर 15A और ओल्ड फरीदाबाद जैसे निचले इलाकों में जलभराव से ट्रैफिक प्रभावित हुआ। आईएमडी ने 3-4 दिन तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान दिया है। शहर का Climate Change Severity Score 62/100 (बहुत उच्च) दर्ज है।