फ्लाइट डिले को समझें और परेशानियों से बचें
हवाई यात्रा में कभी‑कभी फ्लाइट देर से चलती है। यह कभी मौसम की वजह से, तो कभी तकनीकी समस्याओं या एरररन के कारण हो सकता है। देर से बोर्डिंग आपके योजना को बिगाड़ देती है, लेकिन अगर सही जानकारी हो तो आप आसानी से निपट सकते हैं। चलिए जानते हैं क्यों देर होती है और क्या कर के आप अपनी यात्रा को आरामदायक बना सकते हैं।
फ़्लाइट डिले के आम कारण
1. मौसम – बुरी हवाएँ, धुंध या बर्ख़ा अक्सर उड़ानों को रोकते हैं।
2. टेक्निकल इश्यूज़ – एयरलाइन अपने जहाज की सेफ़्टी को लेकर कोई भी जोखिम नहीं लेती, इसलिए अगर कोई मैकेनिकल चेक फेल हो जाए तो फ़्लाइट रद्द या विलंबित हो सकती है।
3. एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल (ATC) – बहुत सारे विमान एक ही एयरस्पेस में होने से एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल देरी कर देता है।
4. एयरलाइन स्टाफ प्रॉब्लेम – पायलट या क्रू की कमी, स्ट्राइक या लेट एंट्री भी कारण बनते हैं।
5. सुरक्षा चेक – अगर सुरक्षा ब्रीफ़िंग, बर्ड स्ट्राइक या पैकेज में कुछ संदेह हो तो फ़्लाइट को रुकना पड़ता है।
फ़्लाइट डिले में क्या करें?
• एयरलाइन के अलर्ट्स पे नज़र रखें – कई एयरलाइन्स अपने ऐप या एसएमएस के जरिए रियल‑टाइम अपडेट देती हैं।
• केवाईसी और बोर्डिंग पास तैयार रखें – दस्तावेज़ ढूँढ‑ढूँढ़ कर टाइम बर्बाद न करें।
• वैकल्पिक फ्लाइट देखें – अगर आपकी फ़्लाइट 2 घंटे से ज़्यादा देर से है तो एयरलाइन वैकल्पिक फ्लाइट या रिफंड की पेशकश कर सकती है।
• कम्पन्सेशन की शर्तें जानें – भारत में DGCA के अनुसार 2 घंटे से अधिक की देरी पर यात्रियों को भोजन, रिफ्रेशमेंट और संभावित एसी/बार-ट्रांसपोर्ट की सुविधा मिलनी चाहिए।
• कस्टमर सर्विस से बात करें – कर्मचारियों से बताएं कि आपको भोजन/होटल या रिफंड चाहिए, और उनके जवाब को लिखित में रखें।
अगर देरी 3 घंटे से अधिक है और आप ऐसी दूरी तय करने वाले हैं जहाँ EU261 या US डीफ़्रॉज नियम लागू हों, तो एयरलाइन से मौद्रीक क्षतिपूर्ति की मांग कर सकते हैं। भारत में अभी तक क्लियर कॉमन स्कीम नहीं है, फिर भी कई एयरलाइन्स वैकल्पिक वाउचर या ट्रेन टिकट ऑफर करती हैं।
एक और आसान उपाय है ऐप‑आधारित फ़्लाइट ट्रैकिंग – FlightRadar24 या एयरलाइन की आधिकारिक ऐप से स्टेटस जाँचें और देरी के कारण को समझें। यह जानकारी आपको सूचित रहने और अगला कदम तय करने में मदद करती है।
अंत में, प्लान B रखें। अगर आपका मिलनस्थान बहुत जरूरी है, तो पहले से ही होटल या रेस्तरां बुक कर लें, ताकि किसी भी अप्रत्याशित डिले में आपको अतिरिक्त खर्च न करना पड़े। एक छोटा प्री‑प्लान अक्सर बड़े झंझट से बचा लेता है।
तो अगली बार जब फ्लाइट डिले की खबर आए, तो घबराएँ नहीं – ऊपर बताई गई टिप्स अपनाएँ और अपनी यात्रा को परेशानी‑मुक्त बनायें। आपका समय मूल्यवान है, और सही जानकारी से आप उसे बचा सकते हैं।
मुंबई-ठाणे में भारी बारिश का रेड अलर्ट: स्कूल बंद, फ्लाइट्स-ट्रेनों पर असर
प्रकाशित किया गया अग॰ 18, 2025 द्वारा Devendra Pandey
मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में जोरदार बारिश के चलते रेड अलर्ट लगा है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं, ट्रेनों और फ्लाइट्स की रफ्तार थम गई है। कई इलाके जलमग्न हैं और प्रशासन ने घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। मानसून पूरे हफ्ते तेज रहने वाला है।